दिवाली 31 अक्टूबर, लेकिन मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर को क्यों? जानें वजह
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो आपके लिए यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है। हर साल की तरह, इस बार भी दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाएगा। लेकिन इस बार एक खास बात है कि दिवाली 31 अक्टूबर को है, जबकि मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर को होगी। तो आइए, जानते हैं इसके पीछे का कारण।
कब होगी मुहूर्त ट्रेडिंग?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने मुहूर्त ट्रेडिंग के संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर के मुताबिक, शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर को होगी। इस दिन दिवाली के चलते सामान्य ट्रेडिंग बंद रहेगी, लेकिन शाम को एक घंटे का स्पेशल ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया जाएगा। इस दौरान ट्रेडिंग शाम 6 बजे से 7 बजे तक होगी, जबकि ट्रेड मॉडिफिकेशन का समय 7:10 बजे तक निर्धारित किया गया है।
कारण क्या है?
इस साल दिवाली को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति बनी हुई है। दरअसल, देश में दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा, लेकिन शेयर बाजार के लिए छुट्टी 1 नवंबर को होगी। इसी दिन शाम को मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाएगा। NSE के अनुसार, त्योहारों और अन्य कारणों से छुट्टियों में बदलाव हो सकता है, इसलिए इस बार यह विशेष प्रबंधन किया गया है।
बीएसई ने भी अपनी वेबसाइट पर स्पष्ट किया है कि 1 नवंबर को विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग होगी, हालाँकि इसके समय के बारे में अभी तक आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है।
मुहूर्त ट्रेडिंग क्यों होती है?
दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेशक अपने पसंदीदा और शुभ स्टॉक्स में निवेश करते हैं। उनका मानना है कि इस दिन निवेश करने से समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है। इसे नए साल की शुरुआत के तौर पर भी देखा जाता है, और यह ट्रेडिंग का एक शुभ अवसर माना जाता है। निवेशक इसे 2081 के नए वर्ष की शुरुआत के तौर पर भी मानते हैं।
इस ट्रेडिंग के दौरान निवेशक अपने पुराने और नए पोर्टफोलियो का मूल्यांकन करते हैं, जिससे उन्हें आने वाले वित्तीय वर्ष में बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है।