meerut mass murder case

मेरठ हत्याकांड में नया खुलासा: मोईन की तीसरी पत्नी थी आसमां, खुले और राज

यूपी के मेरठ में एक ही परिवार के पांच लोगों की हुई हत्या (Meerut mass murder case) ने सनसनी फैला दी है। हर कोई इस हत्याकांड से सन्न रह गया है। हत्यारों ने पत्थर काटने वाली मशीन से परिवार के पांचों लोगों के गले काटे। पुलिस को अंदेशा है कि पहले मोईनुदीन की हत्या की गई उसके बाद परिवार के बाकी सदस्यों को मारा गया। घटनास्थल से खून से सनी पत्थर काटने वाली मशीन मिली है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए कब्जे में ले लिया गया। मरने वालों में दंपत्ती मोईनुदीन (52), पत्नी आसमां (45), तीन बेटियां अस्सा (8), अजीजा (4) और अबीबा (1) शामिल हैं। अब इस हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है।

मोईन की तीसरी पत्नी थी आसमां

मिली जानकारी के अनुसार मरने वाले मोईन की तीन शादियां हुई थीं। जफरा नाम की लड़की से करीब 15 साल पहले उसकी पहली शादी हुई। बेटी इलमा को जन्म देने के बाद जाफरा की मौत हो गई। बेटी अब अपनी बुआ के पास रहती है। इसके बाद 11 साल पहले मोईन ने नारा से शादी की। ये शादी ज्यादा देर नहीं चली। दोनों में लगातार झगड़े होते, जिसके कारण तलाक हो गया। फिर मोईन ने आसमां से शादी की। आसमां पहले से शादीशुदा थी। आसमां के भाई के मुताबिक पहले पति से आसमां को कोई औलाद नहीं थी। पहले पति से तलाक लेने के बाद आसमां ने मोईन से शादी की थी। मोईन और आसमां को तीन बेटियां हुईं।

परिवार के साथ सुहेल गार्डन में रहता था मोईन

पुलिस के मुताबिक मोईन राज मिस्त्री था, जो पहले जाकिर कॉलोनी में रहता था। तकरीबन 12 साल पहले वह रुड़की में रहने लगा। एक साल पहले ही उसने रुड़की में अपना मकान और प्लाट बेचकर सुहेल गार्डन में 40 गज का प्लॉट खरीदा था। यहीं वो पत्नी आसमां और तीन बेटियों के साथ रहता था। मोईन सात भाइयों में तीसरे नंबर पर था। सलीम, अनीस, कलीम, तसलीम, मोमिन, अमजद नाम के मोईन के भाई हैं। एक मामले में अमजद हरिद्वार जेल में बंद होना बताया गया है। पुलिस के मुताबिक मोईन के साले हापुड़ निवासी शफीक ने बताया कि एक सप्ताह पहले चार लाख रुपए मोईन अपने भाई की जमानत के लिए दिए थे।

करीबी हो सकता है कातिल

सुहेल गार्डन में हुए इस बड़े हत्याकांड ने सबको चौंका दिया है। एडीजी जोन, कमिश्नर, डीआईजी, डीएम और एसएसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर क्राइम सीन क्रिएट किया। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस घटना में किसी करीबी का हाथ होना मानकर चल रही है। इसके साथ ही पुलिस ने लिसाड़ीगेट के बदमाशों की कुंडली भी खंगालनी शुरु कर दी है। मोईन के मोबाइल डिटेल की भी जांच की जा रही है। पुलिस मोईन और आसमां की पारिवारिक जानकारी भी जुटा रही है।

क्या है पूरा मामला?

घटना वीरवार शाम की है। इस सनसनीखेज घटना का तब पता चला, डब मोईन के भाई तसलीम और मोमिन उसके घर गए। घर के बाहर ताला लगा था। जब दरवाजा नहीं खोला गया तो उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस छत के रास्ते जब अंदर गई तो एक के बाद एक परिवर के पांच लोगों के शव मिले। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएसपी विपन ताडा के मुताबिक महिला के परिजनों की तहरीर के आधार पर तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। नामजद लोग फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं और सबूत जुटाए जा रहे हैं।

शवों को ठिकाने लगाने की थी योजना

पुलिस के अनुसार घर के अंदर पड़े शवों की हालत देखकर लग रहा था कि हत्यारे इन्हें कहीं और लेजाकर ठिकाने लगाने वाले थे। मृतक मोईन के भाई ने बताया कि पुलिस के आने के बाद जब वो मोईन के घर पर पहुंचा तो अंदर का मंजर दिल दहला देने वाला था। जमीन पर सामान फैला हुआ था। कपड़े और जगह-जगह पर खून फैला हुआ था। बच्चियों की लाशें बैड बॉक्स में रखी हुई थीं। जबकि मोईन और उसकी पत्नी आसमां की लाश बेड के पास ही पड़ी थी।

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