पद्म पुरस्कार 2025

शारदा सिन्हा, सुशील मोदी समेत 139 लोगों को मिलेंगे पद्म पुरस्कार, जानें पूरी डिटेल

पद्म पुरस्कारों में सिनेमा, राजनीति, खेल, चिकित्सा और कला जैसे कई क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया गया है।

इस बार पद्म विभूषण का सम्मान सुज़ुकी के पूर्व प्रमुख ओसामू सुज़ुकी, लोक गायिका शारदा सिन्हा, और मलयालम के प्रसिद्ध लेखक एमटी वासुदेवन नायर (मरणोपरांत) को दिया गया है।

पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों में बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, प्रसिद्ध अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय, और ग़ज़ल गायक पंकज उधास (मरणोपरांत) शामिल हैं।

पद्म पुरस्कार 2025 से सम्मानित लोगों की सूची जारी  

इस साल पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कारों की घोषणा हो गई है। ये पुरस्कार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में गिने जाते हैं।

पद्म विभूषण  

इस बार सात लोगों को पद्म विभूषण दिया गया है। इनमें शामिल हैं:

– डी. नागेश्वर रेड्डी

– जगदीश सिंह खेहर

– कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया

– लक्ष्मीनारायण सुब्रमणियम

– एम.टी. वासुदेवन नायर (मरणोपरांत)

– ओसामू सुजुकी (मरणोपरांत)

– शारदा सिन्हा (मरणोपरांत)

पद्म भूषण  

19 लोगों को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। इनमें मुख्य नाम हैं:

– पी.आर. श्रीजेश (खेल)

– पंकज पटेल (उद्योगपति)

– पंकज उधास (मरणोपरांत)

– साध्वी ऋतंभरा

– सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत)

– जतिन गोस्वामी

– बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत)

– शेखर कपूर (कला)

पद्म श्री  

पद्म श्री पुरस्कार के लिए 113 लोगों के नामों की घोषणा हुई है। इनमें प्रमुख नाम हैं:

– आर. अश्विन (पूर्व क्रिकेटर)

– अरुंधति भट्टाचार्य (एसबीआई की पूर्व अध्यक्ष)

– किशोर कुमार (पूर्व आईपीएस अधिकारी और महावीर मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक, मरणोपरांत)

– बैजनाथ महाराज

– निर्मला देवी (कला)

– पवन गोयंका (उद्योग)

विशेष उल्लेख  

– भीम सिंह भवेस (बिहार): भोजपुर के सामाजिक कार्यकर्ता को मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए पद्म श्री दिया गया। वे पिछले 22 सालों से नई आशा फाउंडेशन चला रहे हैं।

– एल. हैंगथींग (नगालैंड): पिछले 30 वर्षों से विशेष प्रजाति के फलों की खेती करने वाले किसान को भी पद्म श्री से नवाजा गया।

भारत रत्न, पद्म विभूषण और पद्म भूषण के बाद पद्म श्री भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।

विशिष्ट नाम की सूची में ये लोग शामिल 

गोवा मुक्ति संग्राम में भाग लेने वाले 102 साल के लिबिया लोबो सरदेसाई को इस साल पद्म श्री सम्मान मिलेगा। इसी तरह, अमेरिकी मूल की 82 साल की सैली होल्कर, जिन्होंने माहेश्वरी उद्योग को फिर से जीवित करने के लिए 50 साल तक मेहनत की, को भी यह सम्मान दिया जाएगा।

कुवैत में पहला कानूनी योगा स्टूडियो खोलने वाली 48 साल की शैखा अज अल-सबाह को भी पद्म श्री से नवाजा जाएगा। ब्राज़ील के जोनास मासेत्ती, जो पहले मैकेनिकल इंजीनियर थे और बाद में आध्यात्मिक गुरु बन गए, को भी इस सूची में जगह मिली है।

पश्चिम बंगाल के ढाक वादक 57 साल के गोकुल चंद्र डे और सुजनी कढ़ाई को जीआई टैग दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली निर्मला देवी को भी पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर और “द वॉल” के नाम से मशहूर पी.आर. श्रीजेश को पद्म भूषण दिया गया है। तेलुगू सिनेमा के स्टार नंदामुरी बालकृष्ण को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा।

नीतीश कुमार ने जताई ख़ुशी 

पद्म पुरस्कार 2025

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पद्म पुरस्कार पाने वाले बिहार के महान विभूतियों पर खुशी जताई है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यह बिहार के लिए गर्व का पल है।

उन्होंने कहा, “बिहार कोकिला स्व. शारदा सिन्हा जी को कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण (मरणोपरांत), स्व. सुशील कुमार मोदी जी को लोक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण (मरणोपरांत) और स्व. आचार्य किशोर कुणाल जी को सिविल सेवा के क्षेत्र में पद्म श्री (मरणोपरांत) का सम्मान मिला है। यह हम सबके लिए गर्व की बात है।”

इसके साथ ही उन्होंने अन्य पुरस्कार पाने वालों को भी बधाई दी। उन्होंने लिखा, “समाज सेवा में श्री भीम सिंह भवेश जी, मेडिसिन के क्षेत्र में डॉ. हेमंत कुमार जी, कला के क्षेत्र में श्रीमती निर्मला देवी जी और आध्यात्म के क्षेत्र में श्री विजय नित्यानंद सुरीश्वर जी महाराज को पद्म श्री मिलने पर हार्दिक शुभकामनाएं।”

वीरता पुरस्कार किस-किस को मिले 

पद्म पुरस्कार 2025

गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने कई वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें 2 कीर्ति चक्र और 14 शौर्य चक्र जैसे बड़े सम्मान शामिल हैं।

कीर्ति चक्र  

– यह सम्मान मेजर मंजीत को दिया जाएगा।

– नायक दिलवर खान को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया जाएगा।

शौर्य चक्र  

यह पुरस्कार पाने वालों में शामिल हैं:

– मेजर आशीष दहिया (50 आरआर)

– मेजर कुणाल (1 आरआर)

– मेजर सतेंद्र धनखड़ (4 आरआर)

– कैप्टन दीपक सिंह (48 आरआर, मरणोपरांत)

– सहायक कमांडेंट एशेंथुंग किकोन (4 असम राइफल्स)

– सूबेदार विकास तोमर (1 पैरा)

– सूबेदार मोहन राम (20 जाट रेजिमेंट)

– हवलदार रोहित कुमार डोगरा (मरणोपरांत)

– हवलदार प्रकाश तमांग (32 आरआर)

– फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमन सिंह हंस

– कॉर्पोरल डाभी संजय हिफाबाई एस्सा

– विजयन कुट्टी जी (मरणोपरांत)

– सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट विक्रांत कुमार

– निरीक्षक जेफरी हिंगचुल्लो

इसके अलावा कई अन्य पदक भी दिए जाएंगे:  

– 30 परम विशिष्ट सेवा पदक

– 5 उत्तम युद्ध सेवा पदक

– 57 अति विशिष्ट सेवा पदक

– 10 युद्ध सेवा पदक

– 43 सेना पदक (कर्तव्य समर्पण के लिए)

– 8 नौसेना पदक (कर्तव्य समर्पण के लिए)

– 15 वायुसेना पदक (कर्तव्य समर्पण के लिए)

– 132 विशिष्ट सेवा पदक

 

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