Pakistanऔर बेलारूस के बीच हुई इस हाई-प्रोफाइल मुलाकात ने एक बार फिर से दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। लेकिन इस बार चर्चा का विषय कुछ और ही था। दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मुलाकात में कुछ ऐसा हुआ, जिसने पाकिस्तान को शर्मसार कर दिया।
बेलारूस के राष्ट्रपति का पाकिस्तान दौरा
बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको पाकिस्तान के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में उनसे मुलाकात की। शहबाज शरीफ ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए खुद रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर जाकर लुकाशेंको का स्वागत किया। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हुई।
कश्मीर मुद्दे पर हुआ बवाल
मुलाकात के दौरान जब शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कश्मीर का मुद्दा उठाया, तो लुकाशेंको का जवाब सुनकर सभी हैरान रह गए। बेलारूस के राष्ट्रपति ने साफ कह दिया कि वे कश्मीर पर कोई बयान नहीं देंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं यहां केवल व्यवसाय और द्विपक्षीय सहयोग पर बात करने आया हूं।’ इस जवाब ने न सिर्फ शहबाज शरीफ को असहज कर दिया, बल्कि पूरे पाकिस्तान को शर्मिंदा कर दिया।
पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री के लिए शर्मिंदगी का सबब बना है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के नेताओं को समझना चाहिए कि हर मंच पर कश्मीर की बात करना उचित नहीं है।
द्विपक्षीय संबंधों पर जोर
इस मुलाकात में कश्मीर मुद्दे के अलावा, दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। लुकाशेंको ने कहा कि बेलारूस पाकिस्तान के साथ तकनीकी सहयोग बढ़ाने को तैयार है। उन्होंने कृषि, उद्योग और रक्षा क्षेत्र में संयुक्त उद्यम स्थापित करने की संभावनाओं पर भी बात की।
दोनों नेताओं ने 2025-2027 के लिए व्यापक सहयोग के रोडमैप पर हस्ताक्षर किए। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण, आपदा प्रबंधन, हलाल व्यापार और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी कई समझौते हुए।
इधर पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी एक बयान दे दिया, जब उन्होंने कहा कि कश्मीर (पीओके) के लोग पाकिस्तान में आकर प्रदर्शन न करें क्योंकि कश्मीर विदेशी जमीन है और पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है।