पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में एक बार फिर दहशत का माहौल है। बन्नू जिले में दो शक्तिशाली विस्फोट हुए, जिससे आसपास के इलाके में लोगों में भय फैल गया। ये विस्फोट सैन्य छावनी के पास हुए हैं और इन्हें आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से किए जाने का संदेह है। विस्फोट इतने तेज थे कि दूर-दूर तक उनकी आवाज सुनी गई।
क्या हुआ था?
बन्नू जिले में हुए इन दोनों विस्फोटों के बाद आसमान में धुआं और आग की लपटें दिखाई दीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि विस्फोट के बाद क्षेत्र से भारी गोलीबारी की आवाज भी सुनी गई। हालांकि, अभी तक इन विस्फोटों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पाकिस्तानी सेना ने तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
विस्फोट की वजह क्या है?
अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इन विस्फोटों के पीछे किसका हाथ है। हालांकि, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत आतंकी गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है। पिछले कुछ समय से यहां आतंकी हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं। इससे पहले भी इस इलाके में कई बार आतंकी हमले हो चुके हैं, जिनमें सैनिकों और आम नागरिकों की जानें गई हैं।
पिछले हमले की याद
इससे पहले, पिछले शुक्रवार को खैबर पख्तूनख्वा के नौशेरा इलाके में जामिया हक्कानिया मदरसे में एक बड़ा बम विस्फोट हुआ था। यह विस्फोट जुमे की नमाज के दौरान हुआ था, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस हमले में जमीयत उलेमा इस्लाम (सामी समूह) के प्रमुख हमीदुल हक हक्कानी की भी मौत हो गई थी।
नेताओं ने की थी निंदा
मदरसे में हुए विस्फोट के बाद खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर और राज्यपाल फैसल करीम कुंडी ने इस घटना की निंदा की थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी इस घटना पर दुख जताया था। उन्होंने कहा था कि आतंकवाद के ऐसे कायराना हमले उनके संकल्प को कमजोर नहीं कर सकते। खैबर पख्तूनख्वा में लगातार हो रहे आतंकी हमले पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा बलों ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और संदिग्धों की तलाश जारी है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वे इन हमलों को रोक पाएंगे।