पाकिस्तान में तख्तापलट की आशंका! शरीफ ब्रदर्स को इस वजह से सता रहा सत्ता खोने का डर

पाकिस्तान की राजनीति एक बार फिर उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है। देश में सत्ता का संघर्ष तेज हो गया है और अब तख्तापलट की अटकलें लगाई जा रही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कमजोर होने के बाद सत्ताधारी गठबंधन को लगा था कि वे आसानी से अपनी सत्ता बनाए रखेंगे। लेकिन, अब नवाज शरीफ और मरियम नवाज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और राजनीतिक हलचलों ने शरीफ ब्रदर्स को परेशान कर दिया है।

शहबाज शरीफ का चेतावनी भरा बयान

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में अपने राजनीतिक सहयोगियों को एकजुट रहने की हिदायत दी है। उनका कहना है कि अगर सरकार के भीतर दरार आई तो संकट और गहरा सकता है। शहबाज शरीफ की यह चेतावनी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान की वित्त मंत्री औरंगजेब ने हाल ही में सैन्य तख्तापलट की संभावना को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट नहीं होगा तभी पाकिस्तान के आर्थिक हालात सुधर सकते हैं।

नवाज शरीफ और मरियम नवाज के खिलाफ मामला

दूसरी ओर, नवाज शरीफ और मरियम नवाज के खिलाफ लाहौर में फंड के दुरुपयोग के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट ने इस मामले में उन्हें नोटिस जारी किया है। इससे सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। नवाज शरीफ पाकिस्तान की सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहे थे, लेकिन अब वे कानूनी पचड़ों में फंसते नजर आ रहे हैं।

विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने की कोशिश

इधर, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इमरान खान ने जेल से अपने सहयोगियों को निर्देश दिया है कि वे जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) के प्रमुख फजलुर रहमान से संपर्क करें और उन्हें गठबंधन में शामिल होने के लिए राजी करें। PTI के महासचिव सलमान अकबर राजा ने इस बात की पुष्टि की है कि फजलुर रहमान को इमरान खान का संदेश दिया जाएगा।

इमरान खान की कानूनी टीम में बदलाव

इमरान खान की कानूनी टीम में भी बदलाव किए गए हैं। उनके वकील चौधरी जहीर अब्बास को कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है, जबकि बुशरा बीबी के लिए चार नए फोकल पर्सन तैनात किए गए हैं। इमरान खान की बहन अलीमा खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि खान की सेहत को लेकर जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन इमरान खान को उनके बच्चों से बात करने नहीं दे रहा और उनके निजी डॉक्टर से मिलने की अनुमति भी नहीं दी गई।

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