पाकिस्तान के झेलम में जमात-उद-दावा के कमांडर और हाफ़िज़ सईद के भतीजे अबु क़ताल (जिसे नदीम भी कहा जाता था) को मार गिराया गया है। वह 2024 के रियासी आतंकी हमले समेत कई आतंकी घटनाओं में शामिल था। कहा जा रहा है कि इस हमले की पूरी साजिश उसी ने रची थी।
अज्ञात हमलावरों ने किया एक और शिकार
अबु क़ताल और उसका एक साथी झेलम के मंगला बाईपास के पास थे, जब अज्ञात हमलावरों ने उनकी वीगो गाड़ी पर गोलियां चला दीं। इस हमले में अबु क़ताल और उसके साथी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुलिस ने बताया कि हमलावर भागने में कामयाब रहे, जबकि घायलों और मृतकों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। अधिकारियों के मुताबिक, हमले में पीड़ितों को खास तौर पर निशाना बनाया गया था। अबु कताल पिछले 25 सालों से कश्मीर के कोटली में रह रहा था। घटना के बाद दीना, मंगला और जिले के अन्य इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हाई-अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस हमले में हाफिज सईद की हत्या नहीं हुई है, वह फिलहाल लाहौर में मौजूद हैं।
किन घटनाओं में शामिल था ये अबु कताल?
अबु कताल एक बड़ा आतंकी था और कई हमलों में शामिल रहा था। वह 26/11 के मुंबई हमले का हिस्सा था। इसके अलावा, 9 जून 2024 को जम्मू-कश्मीर के रियासी में तीर्थ यात्रियों पर हुए हमले में भी उसका नाम आया था। ये यात्री शिव-खोड़ी मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे, जब उन पर हमला हुआ।
NIA के मुताबिक, 2023 में रजौरी में हुए हमले में भी अबु कताल का हाथ था। वह एनआईए की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल था और भारतीय सुरक्षा एजेंसियां उसे लंबे समय से ढूंढ रही थीं। अबु कताल का मारा जाना भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है।
हाफिज सईद के मारे जाने की खबर
अबु कताल के मारे जाने की खबरों के बीच यह अफवाह भी फैली कि इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा (जेयूडी) के संस्थापक हाफिज सईद की भी हत्या हो गई है। हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह लाहौर में सुरक्षित है। हाफिज सईद भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है, खासकर 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड वही था।