पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैकिंग: BLA और पाक सेना के दावों का असली सच क्या है? ऑपरेशन खत्म या अभी भी सस्पेंस

पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार इतना बड़ा ट्रेन हाईजैक हुआ है, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। बलूचिस्तान के बोलान इलाके में पाकिस्तान रेलवे की एक पूरी ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया। इस घटना के बाद से पाकिस्तानी सेना और बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के बीच अलग-अलग दावे सामने आ रहे हैं। पाक सेना का कहना है कि उसने सभी बंधकों को छुड़ा लिया है और ऑपरेशन पूरा हो चुका है, जबकि BLA का दावा है कि 150 से ज्यादा यात्री अब भी उनके कब्जे में हैं। इस बीच, स्थानीय सूत्रों के हवाले से एक और बड़ा खुलासा हुआ है। उनका कहना है कि बोलान की पहाड़ियों पर 100 से ज्यादा शव मिले हैं।

क्या हुआ था ट्रेन हाईजैकिंग में?

11 मार्च 2025 की सुबह 9 बजे, क्वेटा रेलवे स्टेशन से 39 अप जाफर एक्सप्रेस निकली। इस ट्रेन में करीब 450 यात्री सवार थे। ट्रेन का सफर 1600 किलोमीटर लंबा था और इसे पेशावर कैंट तक 36 घंटे में पहुंचना था। ट्रेन को रास्ते में कुल 44 स्टेशनों पर रुकना था। शुरुआत में ट्रेन सही समय पर चल रही थी और कोलपुर, मच, अबीगम स्टेशन को पार कर चुकी थी। लेकिन जैसे ही ट्रेन सिबी स्टेशन की ओर बढ़ रही थी, तभी एक रॉकेट लॉन्चर से हमला हुआ। धमाके की आवाज सुनते ही ड्राइवर ने ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया। इसी दौरान पहाड़ियों में छिपे BLA के लड़ाके ट्रेन पर काबिज हो गए।

BLA ने कैसे किया ट्रेन पर कब्जा?

जाफर एक्सप्रेस के रुकते ही BLA के लड़ाकों ने पूरी ट्रेन पर कब्जा जमा लिया। हालांकि, इससे पहले सुरक्षा बलों और BLA के लड़ाकों के बीच भारी गोलीबारी हुई, लेकिन अंत में BLA ने पूरी ट्रेन को अपने नियंत्रण में ले लिया। यह घटना दोपहर करीब 2 बजे की बताई जा रही है। ट्रेन जहां रुकी थी, वह बोलानपस धदार का इलाका था, जो सिबी स्टेशन से पहले आता है। BLA के लड़ाकों ने सबसे पहले ट्रेन में मौजूद महिलाओं, बच्चों और बलूच नागरिकों को छोड़ दिया। लेकिन पाकिस्तानी सेना, पुलिस, आईएसआई और अर्धसैनिक बलों के जवानों को बंधक बना लिया गया।

BLA का बड़ा दावा

BLA के प्रवक्ता जियंद बलूच ने इस हाईजैक के कुछ घंटे बाद बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि उनके लड़ाकों ने 182 यात्रियों को बंधक बना लिया है और 11 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। BLA ने यह भी दावा किया कि उसने पाक सेना के एक ड्रोन को गिरा दिया है और ट्रेन पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया है। बयान में यह भी कहा गया कि यदि पाक सेना ने हमले की कोशिश की तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।

पाक सेना का दावा और ऑपरेशन

पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने हाईजैक ट्रेन के सभी बंधकों को छुड़ा लिया है और ऑपरेशन को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। पाक सेना के मुताबिक, इस ऑपरेशन में 27 BLA लड़ाके मारे गए हैं और 155 यात्रियों को छुड़ा लिया गया है। इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। सेना ने यह भी कहा कि इस अभियान में 37 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हालांकि, कई बंधकों ने पाक सेना के इस दावे पर सवाल खड़े किए हैं। कुछ बंधकों ने बताया कि उन्हें BLA ने ही छोड़ा है, न कि पाक सेना ने बचाया। वहीं, स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, बोलान की पहाड़ियों में 100 से अधिक शव मिले हैं, जिनमें से कई पाकिस्तानी सैनिकों के हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऑपरेशन के दौरान भारी खूनखराबा हुआ है और स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं है।

BLA के लिए क्यों जरूरी था ये हमला?

BLA पिछले दो दशकों से पाकिस्तान सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। उनका मुख्य उद्देश्य बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग करना है। इस हमले ने पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ उनकी रणनीतिक क्षमता को दिखाया है। BLA के पास आधुनिक हथियार हैं और उनके पास 6,000 से अधिक प्रशिक्षित लड़ाके हैं। ट्रेन हाईजैक करके उन्होंने यह दिखा दिया कि वे पाकिस्तान की सुरक्षा को चुनौती देने में सक्षम हैं।

फिलहाल क्या है स्थिति?

फिलहाल, पाक सेना और BLA के दावों में बड़ा अंतर बना हुआ है। यह साफ नहीं हो सका है कि क्या वाकई सभी बंधकों को छुड़ा लिया गया है या अब भी कई पाकिस्तानी सैनिक और अधिकारी BLA के कब्जे में हैं। बोलान की पहाड़ियों में मिले शव इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर रहे हैं। पाकिस्तान सरकार के लिए यह घटना एक बड़ी चुनौती बन चुकी है और आने वाले दिनों में इस पर और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।

PM शहबाज शरीफ पहुंचे बलूचिस्तान

इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ गुरुवार को बलूचिस्तान पहुंचे, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। उनके साथ डिप्टी पीएम इसहाक डार, सूचना मंत्री अताउल्लाह तारड़, योजना मंत्री अहसान इकबाल और विज्ञान मंत्री नवाबजादा मीर खालिद मंगसी भी मौजूद थे।

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