Panther attacked in dholpur the young man saved his life with courage: धौलपुर। राजस्थान में चंबल किनारे बसे धौलपुर के मांगरोल गांव के लोगों के लिए पिछले 24 घंटे काफी खौफनाक रहे। इस बीच एक युवक का सीधे मौत से मुकाबला भी हुआ, लेकिन गांव के इस युवक ने अपनी हिम्मत से मौत को भी धकेल दिया।
पैंथर की दस्तक
दरअसल मंगलवार दोपहर एक पैंथर भोजन की तलाश में भटकते भटकते मांगरोल गांव पहुंच गया। आबादी क्षेत्र में चहलपहल देख पैंथर एक मकान में बने चाराघर में जा छिपा। इस बीच घर की महिला चारा लेने चाराघर में दाखिल हुई, तो पैंथर ने उस पर हमला करने की कोशिश की। लेकिन महिला जैसे तैसे बच गई। इसके बाद पूरे गांव में पैंथर की दस्तक की खबर फैल गई।
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मौत से मुकाबला
पैंथर की सूचना पर गांव के लोग मौके पर इकट्ठा होने लगे तो शोर सुनकर पैंथर भी बाहर आ गया। उसने बाहर खड़े लोगों पर हमला कर दिया और पैंथर ने अपने दोनों पैरों से युवक को जकड़ लिया और मुंह से काटने की कोशिश की। लेकिन युवक मौत से मुकाबला होते देखकर भी घबराया नहीं। युवक ने पूरी हिम्मत से पैंथर का मुंह पकड़ लिया और जोर से धक्का देकर पैंथर को पीछे धकेल दिया।
खौफ से भरे 24 घंटे
इसके बाद पैंथर लोगों की भीड़ से बचकर एक मकान में घुस गया। इस बीच सूचना पर वन विभाग की टीम और पुलिस भी पहुंच गई। लेकिन अंधेरा होने की वजह से पैंथर को रेस्क्यू नहीं किया जा सका और पूरा गांव 24 घंटे तक पैंथर के खौफ में रहा। इस दौरान वन विभाग की टीम निगरानी करती रही। इसके बाद सवाईमाधोपुर से वन विभाग की टीम पहुंची। जिसने दो घंटे की क़ड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रैंकुलाइज कर रेस्क्यू किया। जिसे स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जंगल में छोड़ा जाएगा।