Parenting Tips: अक्सर पैरेंट्स अपने बच्चे की झूठ बोलने की आदत को अनदेखा (Parenting Tips) कर देते है। लेकिन उनकी इस आदत की वजह से पैरेंट्स को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस आदत को शुरूआत में ही खत्म करना सही माना जाता है। क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ बच्चे में नादानी आदत में बदलने लगती है।
कई बार पैरेंट्स अपने बच्चे की इस आदत को सिरे से नकार देते है कि उन्होंने अपने बच्चे को ऐसे संस्कार नहीं दिए कि बच्चे को झूठ बोलना पड़े। लेकिन छोटी उम्र में बच्चों का झूठ बोलना आम बात होती है। कई पैरेंट्स अपने बच्चे की इस आदत से काफी ज्यादा परेशान रहते है। अगर आपका बच्चा भी काफी ज्यादा झूठ बोलता है तो आपको कुछ बातों को अवॉइड करना चाहिए। आइए जानते है कौनसी है वो बातें :—
गलतियों को जरूरत से ज्यादा सुधारने की कोशिश
हर कोई चाहता है कि उनका बच्चा परेफक्ट बने और इस लिए वह उसकी छोटी से छोटी गलतियों को भी सुधारने की कोशिश करते रहते हैं। लेकिन आपकी इस आदत से बच्चा धीरे धीरे इरिटेड और टॉर्चर होने लगता है और अपनी गलतियों को छुपाने के लिए वह झूठ का सहारा लेने लगते है। एक्सपर्ट की मानें तो हर बात पर बच्चों को सही करना या गलतियों में सुधार करना जरूरी नहीं है। अगर वह कुछ गलत कह रहे हो या गलत कर रहे है फिर उन्हें सुधारे लेकिन हर बात पर रोकना टोकना और सुधार करने से बच्चे चिड़चिड़े होने लगते है।
जरूरत से ज्यादा ज्ञान की बातें
कई बार ऐसा होता है कि बच्चे का झूठ पकड़े जाने पर माता पिता उसे सच बोलने या फिर उसे ज्ञान का लेक्चर देने लगते है कि हमेशा सच बोलो। लेकिन आपको अपनी इस बातों से बचना चाहिए। अगर कभी ऐसा हो तो बच्चे को प्यार से समझाए और सही व गलत के बारे में बताएं।
दूसरों के बच्चों से कंपेयर
कई बार माता पिता अपने बच्चों को मोटिवेट करने में या फिर आगे बढ़ाने के लिए उनकी तुलना दूसरे बच्चों से करने लगते है। लेकिन उनकी यह आदत बच्चों का कॉन्फिडेंस धीरे धीरे खत्म कर देता है और वह अपनी बात आपके सामने रखने में भी हिचकिचानें लगते है और साथ ही बच्चों में हीन भावना भी आने लगती है। ऐसे में बच्चा आपसे दूरी बनाते चला जाएगा। खुद को दूसरों से कंपेयर करने से बचने के लिए बच्चे झूठ का सहारा लेने लगते है।