Paris Paralympics: निशानेबाज अवनि लेखरा ने फिर रचा इतिहास, गोल्ड मेडल जीता, मोना अग्रवाल को ब्रॉन्ज
Avani Lekhara Paris Paralympics: पेरिस पैरा ओलंपिक्स 2024 में भारत की निशानेबाज अवनी लेखरा ने शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। अवनी ने महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 फाइनल में रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता है। पेरिस पैरालंपिक में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है।
बता दें कि इससे पहले 2020 में आयोजित पैरा ओलंपिक्स में भी अवनी ने स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा था और पहली भारतीय महिला बनीं थी।
GOLD 🥇 For INDIA 🇮🇳
Avani Lekhara wins gold medal in the Women's 10m air Rifle SH1 event with a score of 249.7 🙌#Paris2024 #Cheer4Bharat #Paralympics2024 @mansukhmandviya @MIB_India @PIB_India @IndiaSports @ParalympicIndia @PCI_IN_Official @Media_SAI @AkashvaniAIR… pic.twitter.com/mcFf6gxQ1t
— Doordarshan Sports (@ddsportschannel) August 30, 2024
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अवनि को गोल्ड मेडल जीतने पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म X पर लिखा,’ भारत ने #Paralympics2024 में अपने पदकों का खाता खोला। अवनि को महिला 10 मीटर एयर राइफल SH1 इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई। उन्होंने इतिहास रचते हुए 3 पैरा ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनने का गौरव हासिल किया है। उनकी समर्पण भावना भारत को गर्व महसूस कराती रहती है।’
India opens its medal account in the #Paralympics2024!
Congratulations to @AvaniLekhara for winning the coveted Gold in the R2 Women 10M Air Rifle SH1 event. She also creates history as she is the 1st Indian woman athlete to win 3 Paralympic medals! Her dedication continues to…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2024
मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता
वहीं भारत की मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता है। जिसके बाद पैरालंपिक गेम्स में भारत का खाता खुल गया है। भारत के नाम एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल आए हैं। पीएम मोदी ने मोना को भी कांस्य पदत जीतने की बधाई देते हुए लिखा, ‘ पेरिस #Paralympics2024 में महिला 10 मीटर एयर राइफल SH1 इवेंट में कांस्य पदक जीतने पर मोना अग्रवाल को ढेर सारी बधाई। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि उनके समर्पण और उत्कृष्टता की खोज को दर्शाती है। भारत को मोना पर गर्व है!
Congratulations to Mona Agarwal on winning the Bronze medal in R2 Women 10m Air Rifle SH1 event at the Paris #Paralympics2024!
Her remarkable achievement reflects her dedication and quest for excellence. India is proud of Mona! #Cheer4Bharat
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2024
लंबी है संघर्ष की कहानी
यह मुकाम हासिल करना अवनि के लिए बहुत संघर्ष भरा रहा। अवनि जब 12 साल की थीं तो उन्हें पैरालिसिस हो गया और उन्हें चलने के लिए व्हील चेयर का सहारा लेना पड़ा। अवनि के पिता प्रवीण के मुताबिक, इस दुर्घटना से वे बहुत टूट गईं। वे गुमसुम रहने लगी तो वे अवनि को एक शूटिंग रेंज में लेजाने लगे। यहीं से उसकी रुचि शूटिंग में जगी और उसने इस पर मेहनत करनी शुरू कर दी और पांच साल में ही गोल्डन गर्ल बन गईं। अब लगातार दूसरे पैरालंपिक में उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है।
अवनि को मिल चुका है पद्मश्री
मेधावी अवनि को 2022 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा अवनि विश्व कप में भी दो स्वर्ण समेत तीन पदक जीत चुकी हैं। 2022 में फ्रांस में हुए विश्व कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 स्पर्धा में और 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस एसएच1 स्पर्धा में अवनि ने स्वर्ण जीता था।
वहीं, 2022 में ही दक्षिण कोरिया में हुए विश्व कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल मुकाबले में उन्होंने रजत पदक जीता था। 2022 में हुई एशियाई पैरा गेम्स में भी उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। साल 2021 में अवनि को खेल रत्न अवॉर्ड भी दिया गया था।
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घर पर ही करती थीं प्रेक्टिस
कोरोना काल में अवनि की प्रेक्टिस पर बुरा असर पड़ा। इस दौरान उनके पिता प्रवीण उन्हें घर पर भी टार्गेट सेट करके प्रेक्टिस करवाते थे।
पैरालंपिक की तैयारी भी उन्होंने ज्यादातर घर पर ही प्रेक्टिस करके की। फिट रहने के लिए इस दौरान अवनि ने खान-पान और जिम-योगा का खास ध्यान रखा।