बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर मचे बवाल के बाद संसद परिसर में हुई धक्का-मुक्की के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले पर सियासत जारी है। अब केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक इंटरव्यू में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि किसी सांसद को धक्का देना कोई मर्दानगी नहीं है। वीरवार को हुई इस घटना में बीजेपी के दो सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूर घायल हो गए थे। मामले को लेकर दोनो पक्ष थाने भी पहुंचे। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर मामला दर्ज किया गया।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि गुरुवार को हुई घटना को नेता प्रतिपक्ष चाहते तो टाल सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। रिजिजू ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत को धक्का दिया और राजपूत दूसरे बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी पर गिर गए। इस घटना में दोनों सांसद घायल हो गए, जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
‘हम संसद की गरिमा नहीं गिरा सकते’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी जापानी मार्शल आर्ट के फॉर्म ऐकिडो में ब्लैक बेल्ट होल्डर हैं। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू राहुल गांधी से पूछा, ‘क्या आपने सांसदों पर हिंसा करने के लिए कराटे या कुंग फु सीखा है?’ उन्होंने आगे कहा, ‘कांग्रेस का पार्टी व्यवहार इतना शर्मनाक है कि हम इस पर यकीन नहीं कर सकते।’ उन्होंने कहा कि संसद में हम बहुमत में हैं, इसलिए डरने वाले नहीं हैं। लेकिन हम हाथा-पाई करके संसद की गरिमा को नीचे नहीं गिराना चाहते। राहुल गांधी पर बरसते हुए रिजिजू ने कहा कि संसद कोई कुश्ती का अखाड़ा नहीं है। यहां पर किसी सांसद पर हाथ नहीं उठाया जा सकता।
‘इतिहास में पहली बार हुआ ऐसी घटना’
किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में 1952 से नोक-झोंक होती आ रही है। इसमें कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब कोई घायल हो जाता है और उसकी वजह से पुलिस केस दर्ज हो जाए को यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना के दौरान दो सांसद घायल हुए और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। विपक्ष के नेता को मारपीट की स्थिति में नहीं आना चाहिए था।
‘कई बिल नहीं हो सके पास’
किरेन रिजिजू ने कहा कि इस घटना से संसद का काफी समय खराब हुआ। हंगामे के कारण कई बिल पास नहीं हो पाए। शीतकालीन सत्र का ज्यादातर समय हंगामे की भेंट चढ़ गया। हमने बिलों को सूचीबद्ध किया था, उन्हें आगे बढ़ाया जा सकता था। हम बहस और चर्चा में विश्वास रखते हैं। हमने पहले भी हंगामे में कई बिल पारिक तिए हैं। लेकिन कांग्रेस ने अब अनियंत्रित व्यवहार करना शुरू कर दिया है।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि प्रत्येक सांसद को सदन में बोलने का समान अधिकार है। लेकिन एक कांग्रेस नेता के कारण, कई सांसद उस विशेषाधिकार का उपयोग नहीं कर पाए।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
दूसरी तरफ राहुल गांधी ने मीडिया के सवालों के जबाव देते हुए इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि ये पार्लियामेंट का एंट्रेंस है। मैं अंदर जाने की कोशिश कर रहा था जबकि बीजेपी सांसद ने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्होंने मुझे धकेला और धमकाया। राहुल गंधी ने कहा कि धक्का-मुक्की से कुछ होता नहीं है।
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