Penumbral Lunar Eclipse: लखनऊ। साल का पहला चंद्र ग्रहण फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि यानी 25 मार्च 2024 को लगेगा। इसी दिन रंगों का त्योहार होली भी मनाया जायेगा। हालांकि इस चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) को लोग भारत में नहीं देख पाएंगे। इस चंद्र ग्रहण को उपछाया यानी (Penumbral Lunar Eclipse) कहा जाता है। चुकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए ज्योतिषीय रूप से इस ग्रहण का कोई सूतक समय नहीं होगा।
उपछाया चंद्र ग्रहण क्या है (What is Penumbral Lunar Eclipse)
जब चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया या उसकी छाया के हल्के बाहरी भाग से होकर गुजरता है, तो उपछाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) होता है। उपछाया चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, लेकिन तीन खगोलीय पिंड पूरी तरह से एक रेखा में नहीं होते हैं। इसके बजाय, चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया से होकर गुजरता है, जिसके परिणामस्वरूप चंद्र सतह पर हल्का सा कालापन आ जाता है। आंशिक या पूर्ण चंद्र ग्रहणों के विपरीत, जहां चंद्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है, उपछाया ग्रहणों (Penumbral Lunar Eclipse) को अक्सर देखना अधिक कठिन होता है क्योंकि चंद्रमा की चमक का कम होना सूक्ष्म होता है और नग्न आंखों को आसानी से दिखाई नहीं देता है।
चंद्र ग्रहण 2024: तिथि और समय
पूर्णिमा तिथि आरंभ 24 मार्च 2024 – 09:54 बजे सुबह
पूर्णिमा तिथि समाप्त 25 मार्च 2024 – 12:29 बजे दोपहर
पेनुम्ब्रा से पहला संपर्क 25 मार्च 2024 – 10:24 बजे सुबह
चंद्र ग्रहण की अधिकतम सीमा 25 मार्च 2024 – 12:43 बजे दोपहर
पेनुम्ब्रा के साथ अंतिम संपर्क 25 मार्च 2024 – 03:01 बजे शाम
कैसा होगा ग्रहण का होली पर प्रभाव
चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) का होली उत्सव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा, जिससे लोग इस त्योहार को स्वतंत्र रूप से मना सकेंगे और लोग अपनी छुट्टियों का भी बड़े आनंद और उत्साह के साथ आनंद ले सकेंगे। यह ग्रहण होली त्योहार की पूर्व संध्या पर लगने वाला है इसलिए यह चंद्र ग्रहण कन्या राशि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में घटित होगा। चंद्र ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा केतु ग्रह के प्रभाव में आता है। चंद्रमा एक सॉफ्ट ग्रह है और जब सॉफ्ट ग्रह पाप ग्रह के प्रभाव में आ जाते हैं तो यह शुभ नहीं माना जाता है।
जानिये चंद्र ग्रहण पर होली की तैयारी कैसे करें
ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) से पहले और बाद में स्नान करना, प्रार्थना करना और पूरे ग्रहण के दौरान उपवास करना कुछ रीति-रिवाज और प्रथाएं हैं जिनका पालन कुछ लोग चंद्र ग्रहण के दौरान करते हैं। हालांकि कई लोग व्यक्तिगत मान्यताओं और पारिवारिक रीति-रिवाजों के आधार पर इन चीज़ों का पालन नहीं करते हैं। चंद्र ग्रहण की अवधि कई घंटों तक हो सकती है अपने होली उत्सव की तैयारी पहले से ही कर लें। आप इस वर्ष अपनी इच्छानुसार होली मना सकते हैं क्योंकि इस ग्रहण का होली उत्सव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। ग्रहण के बाद (Penumbral Lunar Eclipse), कुछ लोग नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा पाने के लिए साफ़ सफाई, स्नान आदि करने के बाद पूजा पाठ करते हैं। हिंदू धर्म में ग्रहण के दौरान खाने-पीने से परहेज करने की प्रथा है क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।
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