Phalguna Month 2025 Festival: फाल्गुन माह पारंपरिक हिंदू कैलेंडर का 12वां और अंतिम महीना है। इस वर्ष फाल्गुन महीना कल यानी 13 फरवरी से शुरू होगा और 14 मार्च को समाप्त होगा। फाल्गुन महीने में सर्दी के बाद गर्मियों की शुरुआत होती है। इसी महीने में होली (Phalguna Month 2025 Festival) का त्योहार भी मनाया जाता है।
फाल्गुन मास का महत्व
फाल्गुन महीना अत्यधिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है क्योंकि यह शालिवाहन शक कैलेंडर में हिंदू वर्ष के समापन का प्रतीक है। फाल्गुन मास (Phalguna Month 2025 Festival) में अमावस्या के बाद का पहला दिन तेलुगु, कन्नड़ और मराठी कैलेंडर में हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। इस अवसर को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में उगादी और महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाता है।
फाल्गुन माह (Phalguna Month 2025) आध्यात्मिक विकास, उत्सव और सांस्कृतिक प्रथाओं का समय है। चाहे महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025) मनाना हो या होली (Holi 2025) खेलना, यह महीना अपनी जड़ों से जुड़ने और सकारात्मकता अपनाने का अवसर लाता है।
फाल्गुन महीने में व्रत-त्योहारों की लिस्ट
13 फरवरी, गुरुवार – शबे एबरात
14 फरवरी, शुक्रवार वैलेंटाइन्स दिवस
16 फरवरी, रविवार – संकष्टी चतुर्थी
19 फरवरी, बुधवार- शिवाजी जयंती
20 फरवरी, गुरुवार- कालाष्टमी
22 फरवरी, शनिवार – सत श्री रामदास नवमी
23 फरवरी, रविवार- स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती
25 फरवरी, मंगलवार – भौम प्रदोष व्रत, प्रदोष व्रत
26 फरवरी, बुधवार – महाशिवरात्रि
27 फरवरी, गुरुवार- अमावस्या
01 मार्च, शनिवार- सत फुलेरा दूज, चंद्र दर्शन, रमजान उपवास प्रारंभ, रामकृष्ण जयंती
03 मार्च, सोमवॉर- चतुर्थी व्रत, सोमवार व्रत
05 मार्च, बुधवार- षष्ठी
06 मार्च, गुरुवार- रोहिणी व्रत
07 मार्च शुक्रवार – दुर्गा अष्टमी व्रत, होलाष्टक
10 मार्च, सोमवार- गोविंद द्वादशी, आमलकी एकादशी
11 मार्च, मंगलवार- प्रदोष व्रत, भौम प्रदोष व्रत
13 मार्च, गुरुवार- होलाष्टक समाप्त, श्री सत्यनारायण पूजा, पूर्णिमा व्रत, होलिका दहन
14 मार्च, शुक्रवार – श्रीहोली, चैतन्य महाप्रभु जयंती, पूर्णिमा, मीना संक्रांति
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