Phalodi Satta Bazar loksabha2024: फलोदी, राजस्थान। राजस्थान लोकसभा चुनाव में मतदान के प्रथम चरण में 12 सीटों पर वोटिंग पूर्ण हो गयी है। जिसमें सबसे अधिक वोटिंग श्री गंगानगर – हनुमानगढ़ सीट पर हुई है। हालांकि मतदान पिछले 3 चुनावों में हुए मतदान से भी कम हुए हैं, इसको लेकर चुनावी गणित भी बिगड़ती दिखाई दे रही है। राजस्थान में ही ऐसा हुआ है ऐसा नहीं है। प्रथम चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर ही मतदान कम होने की खबरें हैं। राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर 57.88 प्रतिशत ही मतदान हुआ है।
राजस्थान की इन 12 सीटों पर हुआ प्रथम चरण का मतदान
राजस्थान में मतदान पिछले 3 चुनावों से कम होने की वजह से फलोदी सट्टा बाज़ार का भाव भी एक ही दिन में बदलता नज़र आया। राजस्थान की 12 सीटों में गंगानगर, बीकानेर, चुरू, झूंझुनूं, सीकर, नागौर, जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, करौली, दौसा सीटें शामिल हैं। इन सभी सीटों पर पिछले चुनाव से कम ही मतदान हुआ है।
12 सीटों पर कहाँ कितना हुआ मतदान
लोकसभा सीट उम्मीदवार मतदान प्रतिशत 2024
श्री गंगानगर – हनुमानगढ़ 9 66.25 (सर्वाधिक)
बीकानेर 9 54.41
चुरू 13 63.58
झुंझुनू 8 52.98
सीकर 14 58.17
जयपुर शहर 13 63.48
जयपुर ग्रामीण 15 57.52
अलवर 9 60.32
भरतपुर 6 53.31
करौली – धौलपुर 4 49.71
दौसा 5 55.57
नागौर 9 57.37
राजस्थान में 25 सीटों में से 20 सीटों पर भाजपा?
फलोदी सट्टा बाज़ार के आंकड़े शत प्रतिशत सही हो ये जरूरी नहीं है परंतु इस बार फलोदी सट्टा बाज़ार भी बार बार भाव बदलने की स्थिति में हैं। इसके पीछे वजह ये है कि चुनावी रण बार बार रंग बदल रहा है। इस बार फलोदी सट्टा बाज़ार भाजपा की 20 सीटों पर जीत दिखा रही है। हालांकि शुक्रवार 19 अप्रैल को कम वोटिंग के बाद ये भाव बदल रहे हैं। इसके अलावा एक आंकड़ा ये भी आ रहा है जो वोटिंग के बाद आया कि कम वोटिंग से काँग्रेस को फाइदा मिलता है। इस हिसाब से ये आंकड़ा भाजपा के हिस्से में घटता भी दिखाई दे रहा है।
क्या है भाजपा के राजस्थान में भाव
राजस्थान की 25 सीटों पर BJP का जो आंकड़ा फलोदी सट्टा बाज़ार से आ रहा है वो कई बार बदलने के बाद ऐसा नज़र आ रहा है। 20 सीटों पर भाजपा का भाव 60 से 90 पैसे है। वहीं 21 सीटों पर भाव कभी 90 से 140 भी आ गया था। 22 सीटों के लिए 150 से 300 पैसे तक जा पहुंचा। वहीं 23, 24 और 25 सीटों के लिए क्रमशः 200, 400 और 800 पैसे खा रहे हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है।