3rd Edition of Voice of Global South Summit: प्रधानमंत्री मोदी ने आज तीसरे ग्लोबल साउथ समिट के संस्करण को संबोधित किया। समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘ आज हम ऐसे समय में मिल रहे हैं जब दुनिया असमंजस में है, युद्ध जैसी स्थितियों ने हमारे विकासात्मक यात्रा में चुनौतियां बढ़ा दी हैं। हम पहले से ही जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं हैं।’
आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज हम आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद से लड़ रहे हैं। ये हमारे समाज के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं। पीएम ने कहा, ‘प्रौद्योगिकी में भेदभाव और उससे संबंधित आर्थिक और सामाजिक चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। पिछले दशक में बने वैश्विक शासन और वित्तीय संस्थान इस सदी की चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ साबित हुए हैं।’
Sharing my opening remarks at the Voice of Global South Summit. https://t.co/NZgAbuR7ym
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2024
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बता दें कि तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत कर रहा है। इस शिखर सम्मेलन का विषय है सतत भविष्य के लिए एक सशक्त ग्लोबल साउथ हैं।
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का क्या है उद्देश्य
वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट विकासशील देशों को प्रभावित करने वाली परिस्थितियों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करता है। इसका उद्देश्य विकासशील देशों को प्रभावित करने वाली चिंताओं, हितों और प्राथमिकताओं पर विचारों का अदान-प्रदान करना और उसका समाधान निकालना है।
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