PM Modi Interview : पीएम मोदी ने कहा, मेरे लिए 2047 बहुत महत्वपूर्ण, साकार करेंगे विकसित भारत का सपना

PM Modi Interview: दिल्ली । पीएम मोदी ने एएनआई को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा कि उनके लिए वर्ष 2047 बहुत महत्वपूर्ण है। इस वर्ष आजादी के 100 साल पूरे होंगे। यह लोकतंत्र के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2047 तक देक को विकसित राष्ट्र बना दिया जाएगा जिसके लिए अगले 25 सालों का रोडमैप बना दिया गया है।

पीएम मोदी ने 78 मिनट के अपने साक्षात्कार में विपक्षी दलों के आरोपों, राममंदिर के मुद्दे, राजनीतिक समीकरण, सरकार के कामकाज और विजन समेत देश के आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर पूछे गए महत्वपूर्ण सवालों के बड़े ही बेबाकी से जवाब दिए। आगामी चुनावों को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया और आगाह किया कि इसे हल्के में नहीं  लिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘हमने सब कुछ किया है, मुझे विश्वास नहीं है कि मैंने सब कुछ किया है। मैंने सब कुछ सही दिशा में करने की कोशिश की है, फिर भी मुझे बहुत कुछ करने की आवश्यकता है, क्योंकि मैं देखता हूं कि मेरे देश की बहुत सारी जरूरतें हैं। मैं हर परिवार के सपनों को कैसे पूरा करूं। वर्ष 2047 तक देक को विकसित राष्ट्र बना दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘मुझे अगले क्रम में गति और स्केल दोनों बढ़ाने हैं, 2047 के लिए मिशन की तरह काम कर रहे हैं, 2047 देश के लिए मील का पत्थर साबित होगा’।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 50-60 साल काम किया। हमनें केवल 10 साल ही ठीक से काम किया। पर हमारे काम की गति काफी तेज रही। पर मैं इसे ट्रेलर बताता हूं तो किसी को डरने की जरूरत नहीं है। मैं देर करना नहीं चाहता, मैं सभी के विकास के लिए काम करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें परिवार के लिए काम करतीं थीं, हमारा माडल कांग्रेस से बेहतर है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में जाने से पहले 100 दिन का प्लान बना लिया गया था।

‘डरने की जरूरत नहीं, विपक्ष कर रहा संविधान बदलने का झूठा प्रचार’

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष पर यह डर फैलाने के लिए सवाल उठाए कि अगर भाजपा केंद्र में सत्ता में आई तो वह संविधान को बदलने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा, ‘जब मैं कहता हूं कि मेरी बड़ी योजनाएं हैं तो किसी को डरने की जरूरत नहीं है। मैं किसी को डराने या कुचलने के लिए फैसले नहीं लेता, मैं राष्ट्र के संपूर्ण विकास के लिए फैसले करता हूं।

उन्होंने कहा, “सरकारें हमेशा कहती हैं कि हमने सब कुछ किया है, मुझे विश्वास नहीं है कि मैंने सब कुछ किया है। मैंने सब कुछ सही दिशा में करने की कोशिश की है, फिर भी मुझे बहुत कुछ करने की आवश्यकता है, क्योंकि मैं देखता हूं कि मेरे देश की बहुत सारी जरूरतें हैं। मैं हर परिवार के सपनों को कैसे पूरा करूं। इसी दिशा में मैं आगे बढ़ रहा हूं”।

‘एक झटके में गरीबी हटाने की बात करने वाले अपने शासन काल में क्या करते रहे’

पीएम मोदी ने कहा कि जब एक नेता कहते हैं कि वे एक झटके में देश से गरीबी हटा देंगे तो उनके राजनीतिक लीडरशिप पर सवाल उठना लाजमी है। कहा कि जिन्होंने देश में 70 सालों तक राज किया उन्होंने तब क्यों नहीं एक झटके से गरीबी हटा दी। उन्होंने कहा, ‘मैं कमिटमैंट करता हूं तो उसकी ऑनरशिप लेता हूं, इससे विश्वास बढ़ता है’।

उन्होंने कहा कि जब मोदी विकास की गारंटी देते हैं तो उनके गारंटी का मतलब प्राण जाए पर वचन ना जाए होता है। राम मंदिर मामले के राजनीतिकरण के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर के निमंत्रण का राजनीतिकरण किया। जब बीजेपी नहीं थीं, तब भी राम मंदिर का मुद्दा था।

‘कांग्रेस ने राममंदिर मुद्दे का किया राजनीतिकरण’

आजादी से पहले भी राम मंदिर का मुद्दा था। हालांकि आजादी के बाद इसका हल नहीं निकाला गया। कांग्रेस ने राम मंदिर को सियासत के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया, ‘मैंने राम मंदिर के लिए 11 दिन का अनुष्ठान किया, कांग्रेस ने निमंत्रण ठुकराया’।

तमिलनाडु में भाजपा की पैठ के सवाल पर उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में भाजपा की पांच पीढ़िया खप चुकी हैं। तमिल-काशी संगम के जरिए तमिलनाडु के लोगों की सोच बदली है। वहां के युवा हमसे लगातार जुड़ रहे हैं। अन्नामलाई बहुत बड़ी नौकरी छोड़कर बीजेपी में आए, इस वजह से वे आकर्षण का केंद्र बन गए हैं।

डीएमके के सनातन के खिलाफ बयान देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सवाल कांग्रेस से पूछ जाना चाहिए कि सनातन के खिलाफ जहर उगलने वालों के साथ वो क्यों बैठी है। कहा कि कांग्रेस की मजबूरी है कि वह भारत और सनातन के खिलाफ बयान देने वालों के साथ खड़ी आती है।

‘राजनीतिक दृष्टि से देश को क्षेत्रवाद में बांटना ठीक नहीं’

पूर्व और पश्चिम की राजनीति और क्षेत्रीय राजनीतिक बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत बहु रत्न वसुंधरा है। भारत को टुकड़ों में देखना, भारत के प्रति ना समझी का परिणाम है। भगवान राम से जुड़े गांवों के नाम तमिलनाडु में हैं। गुजराती जैसा होगा वैसा कश्मीर का व्यक्ति नहीं होगा। तो भारत विविधता पूर्ण है लेकिन इसमें पूर्व और दक्षिण को राजनीतिक दृष्टि से अलग करके देखना सही नहीं होगा। देश को आगे ले जाने के लिए स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धाएं होनी चाहिए।

इलेक्टोरल बांड से सबसे ज्यादा चंदा विपक्ष ने ही लिया

इलेक्टोरल बांड के सवाल पर उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बांड से मनी का ट्रेल मिल रहा है। दावा किया कि इलेक्टोरल बांड से भाजपा को केवल 37 प्रतिशत ही चंदा मिला। शेष 63 फीसदी चंदा विपक्षी पार्टियों को गईं। राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं के चुनावी बॉन्ड पर लगाए गए आरोपों पर पीएम ने कहा, “… अगर चुनावी बॉन्ड नहीं होते तो किसके पास यह पता लगाने की शक्ति होती कि पैसा कहां से आया और कहां गया? यह इलेक्टोरल बॉन्ड की सफलता की कहानी है कि इलेक्टोरल बॉन्ड थे, इसीलिए आपको पैसे का निशान मिल रहा है…मेरी चिंता यह है कि मैं कभी नहीं कहता कि निर्णय लेने में कोई कमी नहीं है। निर्णय लेने में, हम सीखते हैं और सुधार करते हैं’

ईडी का काम पहले से ज्यादा बेहतर, भ्रष्टाचार पर पड़ रही चोट

केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब उनके एक मंत्री को जेल में डाल दिया गया। जबसे वह सत्ता में आए, उन्होंने इन एजेंसियों के कामकाज में पारदर्शिता को और बढ़ाया। कहा कि ईडी को 2014 से पहले कोई नहीं रोक रहा था। फिर भी 2014 के पहले ईडी ने 34 लाख रूपए कैश जब्त किया था। भाजपा सरकार आने के बाद पिछले 10 साल में ईडी ने 2200 करोड़ रूपए कैश जब्त किया है। कहा कि भ्रष्टाचार ने देश को तबाह करके रखा है। कहा उनका व्यक्तिगत प्रण है कि भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त करना।

‘ईवीएम नहीं आंगन टेढ़ा है’

विपक्ष के ईवीएम में गड़बड़ी कराने के अक्सर लगाए जाने वाले आरोपों के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमने चुनाव आयोग में आमूल चूल सुधार किए हैं. चुनाव आयोग में पहली बार विपक्ष के पर्यवेक्षक को भी स्थान देने की व्यवस्था की है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘एक कहावत है – नाच न जाने आंगन टेढ़ा। इसलिए विपक्षी कभी ईवीएम का बहाना बनाएंगे तो कभी कुछ और. असल में हार के लिए उन्होंने अभी से कुछ तर्क गढ़ने शुरू कर दिए हैं.’