प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संविधान पर चर्चा के दौरान इमरजेंसी को याद करके कांग्रेस पर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा हर देश में 25, 50 और 75 साल का बड़ा महत्व होता है। लेकिन जब हमारा देश आजादी के 25 वर्ष पूरे कर रहा था, उसी समय हमारे देश में संविधान को नोच लिया गया था। क्योंकि उस समय इमरजेंसी लागू कर दी गई थी।
पीएम मोदी का कांग्रेस पर वार
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जब हमारा देश आजादी के 25 वर्ष को पूरा कर रहा था, उसी समय हमारे देश में संविधान को नोच लिया गया था। क्योंकि उस समय इमरजेंसी लागू कर दी गई थी। उस समय संवैधानिक व्यवस्थाओं को समाप्त कर दिया गया और देश को जेलखाना बना दिया गया था। इतना ही नहीं नागरिकों के अधिकार लूटे गये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के माथे पर ये जो पाप है, वो कभी धुलने वाला नहीं है। पीएम ने कहा कि दुनिया में जब-जब लोकतंत्र की चर्चा होगी, उस वक्त कांग्रेस के इस पाप की चर्चा जरूर होगी। क्योंकि तब लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया था। उन्होंने कहा कि उस वक्त भारत के संविधान निर्माताओं की तपस्या को मिट्टी में मिलाने की कोशिश की गई थी।
देश में महिलाओं की भागीदारी जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि जब हम ये संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं, तो ये अच्छा संयोग है कि भारत के राष्ट्रपति के पद पर एक आदिवासी महिला विराजमान है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं हमारे सदन में भी महिला सांसदों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये अच्छा संकेत है।
देश में 55 साल एक परिवार ने किया राज
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों ने विफलताओं का दुख प्रकट किया है। लेकिन मैं देश की जनता को नमन करता हूं कि वे पूरी ताकत के साथ देश की संविधान के साथ खड़े हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ा है, 55 साल एक ही परिवार ने राज किया है। पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि मैं संविधान के कारण यहां तक पहुंचा हूं। संविधान के कारण ही मेरे जैसे लोग पीएम बन सके।
नेहरू ने की थी संविधान बदलने की बात
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर कहा था कि अगर संविधान हमारे रास्ते के बीच आता है, तो हर हाल में संविधान में परिवर्तन करना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मुंह पर ऐसा खून लग गया है कि वह समय-समय पर संविधान का शिकार करती रही है। उन्होंने कहा कि करीब छह दशक में 75 बार संविधान बदला गया है।