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PM Modi With Nazim: जानिए कौन है ये नाजिम? जिन्होंने प्रधानमंत्री के साथ ली सेल्फी…

PM Modi With Nazim

PM Modi With Nazim: जम्मू-कश्मीर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान बख्शी स्टेडियम में विकसित भारत के लाभार्थियों से बात की। जब वह नाजिम नाम के लाभार्थी से बात कर रहे थे तो नाजिम ने पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेने की दिली इच्छा जताई। पीएम मोदी ने इस युवक की इच्छा पूरी की और इस सेल्फी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी शेयर किया।

नरेंद्र मोदी ने नाजिम से बात की

जब नाजिम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सेल्फी लेने की बात कही तो प्रधानमंत्री ने कहा, ”हां, हां, मैं एसपीजी टीम से कहूंगा कि वह आपको मेरे पास ले आएं।” उनके साथ एक सेल्फी जरूर लूंगा।’ इस फोटो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, ‘मेरे दोस्त नाजिम के साथ यादगार सेल्फी, मैं उनके अच्छे काम से प्रभावित हूं। उन्होंने एक सार्वजनिक सभा में सेल्फी लेने की बात कही, इससे मुझे बहुत ख़ुशी हुई। मैं उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।” प्रधानमंत्री ने इस बीच नाजिम से पूछा, जब आप पढ़ाई कर रहे थे तो आपका सपना क्या था? इसके जवाब में नाजिम ने कहा, ‘जब मैं 10वीं क्लास में पढ़ता था तो मेरे घरवाले कहते थे कि डॉक्टर बनो, इंजीनियर बनो, लेकिन मैं घरवाले की एक भी बात पर यकीन नहीं करता था।’

नाजिम कश्मीर में है मधुमक्खी पालक 

विकसित भारत के लाभार्थी नाजिम ने पीएम मोदी से बात करते हुए कहा, ‘मैं मधुमक्खी पालन और शहद निकालने का काम करना चाहता हूं. मैं अब तक 5 हजार किलो शहद बेच चुका हूं।’ मैंने सोचा कि इसका फ़ायदा उठाने वाला मैं अकेला नहीं रहूँगा, मैं दूसरे युवाओं को भी अपने साथ जोड़ूँगा। धीरे-धीरे मेरे साथ करीब 100 लोग जुड़ गए। हमें 2023 में एफपीओ मिला और उसके बाद कोई चिंता नहीं है। हम भी देश के साथ आगे बढ़े हैं।”

आज नाजिम 200 बक्सों में रखते हैं मधुमक्खियां

दरअसल नाजिम नाजिर कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले हैं. वह मधुमक्खियाँ पालता है। पीएम मोदी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आज कश्मीरी शहद की कीमत एक हजार रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. नाजिम का परिवार चाहता था कि वह डॉक्टर या इंजीनियर बने लेकिन उन्होंने मधुमक्खी पालन शुरू कर दिया। नाजिम ने सिर्फ दो बक्सों से मधुमक्खी पालन शुरू किया और आज वह 200 बक्सों में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं।

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