Women’s Day पर PM मोदी का सोशल मीडिया महिलाओं के नाम, जानिए कौन-कौन संभाल रहा है कमान?

Mahila Diwas 2025: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के मौके पर PM नरेंद्र मोदी ने अपना सोशल मीडिया हैंडल देश की महिलाओं को सौंप दिया है। इस पहल (Nari Shakti) के तहत देश के अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाएं अपनी प्रेरणादायक कहानियां और अनुभव साझा कर रही हैं।

बता दें कि PM मोदी ने इसकी घोषणा पहले ही ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कर दी थी, जिसे आज अमल में लाया गया है। इसके जरिए महिलाओं को एक बड़ा मंच मिला है, जहां वे अपनी उपलब्धियों और संघर्षों को दुनिया के सामने रख सकती हैं।

 

स्पोर्ट्स से लेकर विज्ञान तक: महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियां

इस पहल (bow to our Nari Shakti) के तहत सबसे पहले शतरंज खिलाड़ी आर वैशाली ने PM मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट से अपनी बात साझा करते हुए कहा कि वह इस मौके को लेकर बहुत उत्साहित हैं। वैशाली ने बताया कि वह शतरंज खेलती हैं और कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। उन्होंने महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया।

वहीं विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं ने भी अपनी आवाज बुलंद की। परमाणु वैज्ञानिक एलीना मिश्रा और अंतरिक्ष वैज्ञानिक शिल्पी सोनी ने PM के अकाउंट से अपने अनुभव साझा किए। दोनों ने महिलाओं से विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं और उन्हें अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखना चाहिए।

नालंदा की अनीता देवी: कैसे स्वरोजगार से बदली सैकड़ों महिलाओं की जिंदगी?

नालंदा की रहने वाली अनीता देवी ने अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 साल पहले माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की थी। इस कंपनी के जरिए वह मशरूम उत्पादन का काम करती हैं और सैकड़ों महिलाओं को रोजगार देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं। अनीता ने कहा कि उनकी कंपनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजें भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है। उन्होंने महिलाओं से आत्मनिर्भर बनने और अपने सपनों को पूरा करने का आह्वान किया।

PM मोदी की पहल से महिलाओं को मिला बड़ा मंच

PM मोदी की यह पहल (Nari Shakti) महिलाओं को एक बड़ा मंच देने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इसके जरिए देश की महिलाएं अपनी उपलब्धियों और संघर्षों को दुनिया के सामने रख सकती हैं। यह न केवल महिलाओं को प्रेरित करेगा, बल्कि समाज में उनकी भूमिका और योगदान को भी मजबूती देगा। महिला दिवस के इस खास मौके पर यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।

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