loader

इस देश में बजा PM मोदी का डंका, अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा

PM मोदी

PM मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाने वाला है। इस बार कैरिबियाई देश डोमिनिका ने उन्हें अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने की घोषणा की है। यह सम्मान उन्हें कोविड-19 महामारी के दौरान भारत द्वारा दी गई सहायता के लिए दिया जा रहा है। आइए जानते हैं इस सम्मान के पीछे की पूरी कहानी और क्यों प्रधानमंत्री मोदी को डोमिनिका का ‘हीरो’ माना जा रहा है।

कोविड काल में भारत की मदद ने बचाई जानें

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था। हर देश अपने नागरिकों की जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था। ऐसे में छोटे देशों की स्थिति और भी खराब थी। डोमिनिका जैसे छोटे कैरिबियाई देश के लिए यह समय बहुत मुश्किल था। लेकिन भारत ने उस वक्त डोमिनिका की मदद की, जब उसे सबसे ज्यादा जरूरत थी।

फरवरी 2021 में, जब दुनिया भर में वैक्सीन की कमी थी, भारत ने डोमिनिका को एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन की 70,000 खुराकें भेजीं। यह मदद डोमिनिका के लिए किसी वरदान से कम नहीं थी। इन वैक्सीन की मदद से न सिर्फ डोमिनिका ने अपने नागरिकों का टीकाकरण किया, बल्कि अपने पड़ोसी कैरिबियाई देशों की भी मदद की।

प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने इस मदद के लिए प्रधानमंत्री मोदी की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी डोमिनिका के सच्चे साथी रहे हैं, खासकर वैश्विक स्वास्थ्य संकट के बीच हमारी जरूरत के समय में।”

‘डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर’ से होंगे सम्मानित

डोमिनिका सरकार ने घोषणा की है कि वह PM मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करेगी। यह सम्मान उन्हें कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका में उनके योगदान और भारत-डोमिनिका के बीच साझेदारी को मजबूत करने के लिए दिया जा रहा है।

यह पुरस्कार डोमिनिका के राष्ट्रमंडल की अध्यक्ष सिल्वेनी बर्टन द्वारा आगामी भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के दौरान प्रदान किया जाएगा। यह सम्मेलन 19 से 21 नवंबर तक गुयाना के जॉर्जटाउन में होने वाला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को स्वीकार करते हुए जलवायु परिवर्तन और भू-राजनीतिक संघर्षों जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में सहयोग के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने इन मुद्दों को हल करने में डोमिनिका और कैरिबियन देशों के साथ मिलकर काम करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी दोहराया है।

सिर्फ वैक्सीन ही नहीं, विकास में भी सहयोग

यह सम्मान सिर्फ कोविड काल में दी गई मदद के लिए नहीं है। डोमिनिका सरकार ने कहा है कि यह पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शिक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी में डोमिनिका के लिए सतत विकास को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका को भी मान्यता देता है।

भारत ने डोमिनिका के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग किया है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत ने डोमिनिका के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की है। इसके अलावा, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी भारत ने डोमिनिका की मदद की है। इन प्रयासों से डोमिनिका में रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं और देश का विकास हुआ है।

प्रधानमंत्री मोदी की यह उपलब्धि सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। यह दर्शाता है कि भारत न सिर्फ एक बड़ी अर्थव्यवस्था है, बल्कि एक जिम्मेदार वैश्विक नेता भी है जो जरूरत के समय दूसरे देशों की मदद करने में पीछे नहीं हटता।

भारत और डोमिनिका के बीच मजबूत होते रिश्ते 

इस सम्मान से भारत और डोमिनिका के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे। यह दोनों देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देगा। साथ ही, यह अन्य देशों के लिए भी एक संदेश है कि संकट के समय में एक-दूसरे की मदद करने से न सिर्फ मानवता की सेवा होती है, बल्कि देशों के बीच मजबूत और स्थायी संबंध भी बनते हैं।

PM मोदी 16 से 21 नवंबर तक अफ्रीकी देशों के दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान वे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। यह सम्मेलन भारत और कैरिकॉम सदस्य देशों के बीच सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जाएगा।

इस तरह के अंतरराष्ट्रीय सम्मान न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को मान्यता देते हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा को भी दर्शाते हैं। यह भारत की ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को भी प्रदर्शित करता है, जहां हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं और जरूरत पड़ने पर हर किसी की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं।

यह भी पढ़े:

दोस्त मेलोनी का दर्द देख फूटा एलन मस्क का गुस्सा, इटली के जजों की लगा दी क्लास

डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला – जानें कौन हैं नई खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड!

अंतरिम सरकार के फैसलों से बांग्लादेश में मचा हड़कंप, लोकतंत्र पर संकट के बादल!

[web_stories title="true" excerpt="false" author="true" date="false" archive_link="false" archive_link_label="" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="4" number_of_stories="8" order="DESC" orderby="post_date" view="grid" /]