अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद जिले में स्थित ख्याति हॉस्पिटल पर एक बड़ा आरोप लगा है, जिसमें अस्पताल द्वारा 19 ग्रामीणों की बिना अनुमति और बिना जानकारी दिए एंजियोग्राफी करने की बात सामने आई है। इस प्रक्रिया के दौरान दो मरीजों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह मामला पीएमजय (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के तहत फ्री इलाज का लालच देकर ग्रामीणों को अस्पताल लाकर उनकी स्वास्थ्य जांच की गई थी।
ख्याति हॉस्पिटल ने बिना अनुमति एंजियोग्राफी की, 5 मरीज ICU में भर्ती
यह घटना 10 नवंबर 2024 की है, जब ख्याति हॉस्पिटल ने अहमदाबाद से लगभग 120 किलोमीटर दूर महेसाणा जिले के कादी तहसील स्थित बोरिसाना गांव में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया। शिविर में गाँव के निवासियों को फ्री इलाज का वादा किया गया। इसके बाद 19 ग्रामीणों को हॉस्पिटल में लाकर उनकी एंजियोग्राफी की गई।
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यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन आरोप यह है कि इन ग्रामीणों को बिना बताए और बिना उनकी सहमति के उनकी एंजियोग्राफी की गई, साथ ही सात मरीजों को एंजियोप्लास्टी भी कर दी गई। इस प्रक्रिया के बाद से दो मरीजों की मौत हो गई और पांच मरीज गंभीर हालत में ICU में भर्ती हैं।
बिना जानकारी दिए एंजियोग्राफी और स्टेंट
मृतकों के परिजनों का आरोप है कि एंजियोप्लास्टी के बाद उनकी हालत बिगड़ी और दो की मौत हो गई, लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। गांव के सरपंच ने बताया कि जब लोग ख्याति हॉस्पिटल के शिविर में पहुंचे तो उन्हें यह बताया गया कि उन्हें सिर्फ सामान्य चेकअप मिलेगा। लेकिन जब गांववालों को यह पता चला कि अस्पताल में इनकी एंजियोग्राफी की गई और कुछ मरीजों को स्टेंट भी डाले गए, तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। इसके बाद लोग अस्पताल में पहुंचकर जमकर हंगामा करने लगे।
पीएमजेएवाई का फायदा उठाने के लिए हॉस्पिटल ने किया फर्जी इलाज
बोरिसाना गांव के सरपंच और मृतकों के परिवार ने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल ने जानबूझकर उन लोगों की एंजियोग्राफी की, जिनमें कोई समस्या नहीं थी। इसके अलावा, जो लोग गंभीर स्थिति में थे, उन्हें बिना परिवार की अनुमति के इलाज के लिए अस्पताल में लाया गया। ऐसे में, आरोप यह भी है कि ख्याति हॉस्पिटल ने पीएमजय का लाभ उठाकर अपना फायदा सुनिश्चित किया और सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को धोखा दिया।
साथ ही यह भी आरोप है कि जिन मरीजों की हालत ठीक थी, उनकी भी एंजियोग्राफी की गई। इनमें से सात मरीजों को एंजियोप्लास्टी की गई, जिसके बाद दो की मौत हो गई और बाकी पांच मरीज गंभीर हालत में अस्पताल के ICU में भर्ती हैं।
अस्पताल के मालिक और डॉक्टर फरार
मामला तूल पकड़ने के बाद जब जिला प्रशासन को इसकी जानकारी मिली, तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के एक दल ने ख्याति हॉस्पिटल का दौरा किया। लेकिन हॉस्पिटल में मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल के चेयरमैन, डायरेक्टर और अन्य डॉक्टर फरार हो चुके हैं। इस स्थिति में, केवल एक डॉक्टर ICU में मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी दे रहा था।
पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. भाविन सोलंकी ने मौके पर पहुंचकर अस्पताल के हालात का जायजा लिया और जांच की शुरुआत की। लेकिन अस्पताल में कोई जिम्मेदार अधिकारी या डॉक्टर मौजूद नहीं था, जिससे प्रशासन की मुश्किलें बढ़ गईं।
2022 में भी ख्याति हॉस्पिटल पर लगे थे इसी तरह के आरोप
यह पहली बार नहीं है, जब ख्याति हॉस्पिटल पर इस तरह के गंभीर आरोप लगे हैं। करीब दो साल पहले, 2022 में भी ख्याति हॉस्पिटल ने पीएमजय का फायदा उठाकर फर्जी इलाज किया था। साणंद जिले के तेलाव गांव में एक और कैंप लगाया गया था, जहां से कुछ मरीजों को हॉस्पिटल लाया गया था। बाद में तीन मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई, जिसमें से एक मरीज की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने जांच की थी, लेकिन अस्पताल पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
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अब इस ताजा मामले को लेकर प्रशासन के अधिकारी अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। अहमदाबाद जिला प्रशासन ने अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन ख्याति हॉस्पिटल के मालिक और डॉक्टरों के फरार होने के कारण उनकी गिरफ्तारी में मुश्किलें आ रही हैं। इसके बावजूद, गांववालों और मृतकों के परिजनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है और आशंका जताई है कि इस मामले में और भी बड़े घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है।