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शरद पवार के भतीजे के शोरूम पर पुलिस की छापेमारी, महाराष्ट्र में सियासी हलचल

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ कुछ चंद घंटे ही बचे हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार को चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है। जिसके बाद अब सभी पार्टियां वोटिंग और चुनाव परिणाम का इंतजार कर रही हैं। बता दें कि बारामती विधानसभा सीट से शरद पवार ने अपने सगे भतीजे युगेंद्र पवार को अजीत पवार के खिलाफ मैदान में उतारा है। लेकिन चुनाव से पहले ही पुलिस ने बीते सोमवार रात को युगेंद्र पवार के पिता के शोरूम पर सर्च ऑपरेशन चलाया है। इस खबर के बाद से ही महाराष्ट्र में सियासी हलचल बढ़ गई है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव

बता दें कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र के 288 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इस चुनाव में सबकी नजर बारामती विधानसभा सीट पर है। इस सीट पर डिप्टी सीएम और एनसीपी के प्रमुख अजित पवार चुनाव मैदान में हैं। लेकिन उनके लिए यह लड़ाई आसान नहीं है। उनके चाचा शरद पवार ने अजित पवार के विरोध में उनके सगे भतीजे युगेंद्र पवार को मैदान में उतारा है।

शोरूम पर सर्च ऑपरेशन

बता दें कि सोमवार की रात पुलिस ने युगेंद्र पवार के पिता के शोरूम में सर्च ऑपरेशन चलाया है। अजित पवार के भाई और युगेंद्र के पिता श्रीनिवास पवार के शरयू मोटर्स बारामती शोरूम पर पुलिस ने छापेमारी की है। यह निरीक्षण चुनाव की पृष्ठभूमि में किया गया था, जिससे काफी हलचल मची हुई है। हालांकि पुलिस ने इस शोरूम में छापेमारी क्यों की है और किस वजह से यह सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। इसको लेकर कोई सटीक वजह सामने नहीं आई है। हालांकि ये मामला काफी चर्चा में है।

शरद पवार से अजित पवार गुट हुआ अलग

बता दें कि शरद पवार से अजित पवार से अलग होने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। बारामती के चुनाव पर राज्य के साथ-साथ देश की भी नजर है। अजित पवार ने इस बात पर अफसोस जताया था कि शरद पवार का साथ छोड़ने के बाद वह परिवार में अकेले रह गए हैं। वहीं अजित पवार और उनके परिवार के अलावा पवार परिवार के बाकी सभी लोगों को शरद पवार के साथ चित्रित किया गया है। इतना ही नहीं श्रीनिवास पवार ने भी अपने सगे भाई अजित पवार का विरोध किया है।

छापेमारी को लेकर क्या कहा युगेंद्र पवार ने?

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार गुट के उम्मीदवार युगेंद्र पवार ने कहा कि रात करीब 10 बजे शोरूम कार्यालय से फोन आया था। उन्होंने बताया कि उस वक्त पुलिस की एक टीम उनके पास आई थी। मैंने वहां मौजूद स्टाफ को पुलिस के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया था। हम कुछ भी गलत नहीं कर रहे थे, इसलिए पुलिस को कुछ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि शरद पवार की अंतिम सभा में आई भीड़ देखकर कुछ लोग चौंक गए होंगे। उन्होंने कहा कि इस कारण ऐसा किया गया है। लेकिन युगेंद्र पवार ने कहा कि अगर बारामती की राजनीति इस स्तर पर आ गई है, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।