मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी को सम्मान देते हुए, उनका स्मारक स्थल (pranab mukherjee memorial) बनाने का फैसला किया है। इसके लिए केंद्र सरकार ने राजधानी दिल्ली स्थित ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल परिसर जिसे ‘राजघाट’ के नाम से भी जाना जाता है, उसके अंदर एक विशेष स्थान को चिन्हित करने की मंजूरी दे दी है। इस बात की जानकारी प्रणब मुखर्जी की बेटी और लेखिका शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर दी।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पीएम मोदी को कहा धन्यवाद
शर्मिष्ठा ने एक्स पर लिखा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात कर उनकी सरकार द्वारा बाबा (प्रणब मुखर्जी) की स्मृति में स्मारक बनाने के निर्णय के लिए दिल से धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। यह और भी खास है, क्योंकि हमने इसके लिए अनुरोध नहीं किया था। प्रधानमंत्री जी की इस अप्रत्याशित दयाभाव और कृतज्ञतापूर्ण पहल से मैं अत्यधिक प्रभावित हूं।”
Called on Hon’ble PM @narendramodi ji to express thanks & gratitude from core of my heart 4 his govts’ decision 2 create a memorial 4 baba. It’s more cherished considering that we didn’t ask for it. Immensely touched by this unexpected but truly gracious gesture by PM🙏 1/2 pic.twitter.com/IRHON7r5Tk
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) January 7, 2025
लेखिका शर्मिष्ठा ने आगे लिखा, ”बाबा कहा करते थे कि राजकीय सम्मान मांगा नहीं जाना चाहिए, यह स्वेच्छा से दिया जाना चाहिए। मैं बेहद आभारी हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा की स्मृति को सम्मानित करने के लिए यह कदम उठाया। जहां बाबा अब हैं वे प्रशंसा या आलोचना से परे हैं, यह उन्हें प्रभावित नहीं करता। लेकिन उनकी बेटी के तौर पर मेरे पास खुशी व्यक्त करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं।”
Baba used to say that State honours shouldn’t be asked for, it should be offered. I’m so grateful that PM Modi did this to honour babas’ memory. It doesnt affect baba where he is now- beyond applaud or criticism. But for his daughter, words are not sufficient to express my joy🙏
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) January 7, 2025
शर्मिष्ठा ने उठाए कांग्रेस पर सवाल
दरअसल, कुछ दिन पहले जब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हुआ, तो कांग्रेस ने उनका स्मारक स्थल बनाने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया था। यह प्रस्ताव कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुए पारित हुआ था। इसे लेकर शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सवाल उठाया था कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की कोई बैठक क्यों नहीं बुलायी गई? साथ ही उनको लेकर कोई प्रस्ताव पारित क्यों नहीं किया गया?
शर्मिष्ठा ने आगे कहा कि उन्हें बुरा लगा था जब उनके पिता के निधन पर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए। मैं केवल तथ्यों पर बात कर सकती हूं। लेकिन मैं इतना कहना चाहती हूं कि मुझे नहीं पता कि ऐसा जानबूझकर किया गया या फिर सरकार की लापरवाही थी।
प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहें
बता दें कि प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल जुलाई 2012 से जुलाई 2017 तक था। वे भारत के 13वें राष्ट्रपति थे। उन्हें साल 2019 भारत रत्न से सम्मानित भी किया गया था। वहीं साल 2020 में उनका निधन हो गया। बता दें कि वे यूपीए के कार्यकाल में देश के वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री भी रहे थे।
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