वडोदरा की दिव्यांग कलाकार दीया गोसाईं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र मिला है, जो उनके लिए एक विशेष और गर्व का पल है। दीया ने 28 अक्टूबर को वडोदरा में प्रधानमंत्री मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ की पेंटिंग बनाई और उन्हें भेंट की थी। अब प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ओर से दीया को पत्र लिखकर उनकी पेंटिंग की सराहना की है और उनके समर्पण की तारीफ की है। दीया और उनके परिवार के लिए यह पल बेहद खास है, और पत्र मिलने के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है।
प्रधानमंत्री का पत्र पाकर दीया गोसाईं की खुशी का कोई ठिकाना नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पत्र पाकर दीया गोसाईं बेहद भावुक हो गईं। एक वीडियो में दीया ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए बताया कि जब उन्हें लिफाफे पर लिखा “प्रधानमंत्री कार्यालय” देखा, तो वह चकित रह गईं। जब लिफाफा खोला तो अंदर से प्रधानमंत्री मोदी का पत्र निकला। दीया ने कहा कि पत्र में वडोदरा रोड शो के दौरान उनकी पेंटिंग को प्राप्त करने का जिक्र था, और पीएम ने लिखा था कि उन्हें “सुंदर पेंटिंग का उपहार प्राप्त करके अवर्णनीय खुशी हुई”।
इस पत्र में पीएम मोदी ने दीया की मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने लिखा, “मुझे विश्वास है कि हमारे युवा, जैसे दीया, हमारे विकसित भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।” यह शब्द दीया के लिए बेहद प्रेरणादायक थे।
Letters from PM | Diya Gosai
Diya’s eyes widened as she saw an emblem on the envelope – it was a letter from the Prime Minister’s Office!
As she read the letter, she was overwhelmed with emotions.
“It was an indescribable joy to receive the beautiful picture gift from you… pic.twitter.com/PhARnN9ecC
— Modi Archive (@modiarchive) December 3, 2024
दीया गोसाईं की पेंटिंग पर प्रधानमंत्री की सराहना
दीया ने बताया कि जब प्रधानमंत्री ने 28 अक्टूबर को वडोदरा रोड शो के दौरान उनकी पेंटिंग का उपहार लिया था, तो उन्होंने दीया को हौसला अफजाई भी की थी। पीएम मोदी ने दीया से कहा था कि वह अपनी कला को उसी समर्पण और मेहनत से आगे बढ़ाती रहें, जिससे वह ललित कला में भी अपनी छाप छोड़ सकें। प्रधानमंत्री मोदी ने दीया और उनके परिवार को दिवाली और विक्रम संवत नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं।
दीया गोसाईं का कहना है कि पीएम मोदी के प्रोत्साहन भरे शब्दों को पढ़कर उनका दिल गर्व से फूला नहीं समा रहा। यह उनके लिए एक सपना सच होने जैसा है। प्रधानमंत्री का पत्र उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि और उनके कार्य की सबसे बड़ी पहचान है।
28 अक्टूबर को दीया गोसाईं के लिए एक ऐतिहासिक दिन
दीया गोसाईं ने कहा कि 28 अक्टूबर का दिन उनके जीवन का सबसे ऐतिहासिक दिन था। वह इस दिन को कभी नहीं भूल सकतीं। उस दिन, वडोदरा के रोड शो में दीया अपनी दो पेंटिंग्स लेकर पहुंची थीं—एक प्रधानमंत्री मोदी के लिए और दूसरी स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़ के लिए। दीया को उम्मीद थी कि भीड़ में से किसी का ध्यान उनकी कला की ओर जरूर जाएगा। और वह पल आया जब प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी गाड़ी से बाहर निकलकर दीया से दोनों पेंटिंग्स का उपहार लिया।
इस घटना को याद करते हुए दीया कहती हैं कि उस दिन का दृश्य उनके लिए जीवनभर के लिए एक यादगार बन गया। उन्होंने देखा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिना किसी संकोच के दीया की कला को स्वीकार किया, जिससे उनका आत्मविश्वास और भी मजबूत हुआ। दीया का मानना है कि यह अनुभव उनकी पूरी कला यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक पल था।
दीया गोसाईं: एक प्रेरणादायक कलाकार
दीया गोसाईं का जीवन एक प्रेरणा है। वह दिव्यांग हैं, लेकिन उन्होंने अपनी कला से सभी बाधाओं को पार किया है। उनका सपना था कि वह एक दिन अपनी कला से दुनिया को प्रभावित करें और अपनी पहचान बनाएं। 28 अक्टूबर को वडोदरा रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मिले सम्मान ने दीया के आत्मविश्वास को और भी बढ़ाया। उनकी पेंटिंग को प्राप्त करने से प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें सम्मानित किया, जो एक दिव्यांग कलाकार के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।
दीया का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का पत्र और उनकी सराहना उनके लिए एक जीवनभर का यादगार पल है। इस घटना ने न केवल दीया गोसाईं की कला को मान्यता दी, बल्कि यह अन्य दिव्यांग कलाकारों के लिए भी एक प्रेरणा बनी है कि वे भी अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं, चाहे उनकी कोई भी शारीरिक स्थिति हो।