लोकसभा में आज संविधान पर चर्चा हो रही है। वायनाड लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बनी प्रियंका गांधी ( priyanka gandhi ) संविधान पर चर्चा में संसद को संबोधित कर रही हैं। संसद में पहली बार बोलते हुए प्रियंका ने संविधान (priyanka gandhi constitution discussion) को इंसाफ और उम्मीद की ज्योती बताया। उन्होंने कहा कि संविधान लोगों को न्याय की गारंटी देता है। संविधान आजादी की लड़ाई से निकली है। आजादी की लड़ाकी सभी जाति, धर्मो और वर्ग के लोगों ने लड़ी थी। उन्होंने संविधान को सुरक्षा कवच बताया।
नारी शक्ति कानून
प्रियंका ने कहा नारी शक्ति कानून के बारे में बोलते हुए कहा कि सत्ता पक्ष नारी शक्ति की बात करता है। आज चुनाव की वजह से यह बात हो रही है। क्योंकि हमारे संविधान सें महिलाओं को अधिकार दिए गए हैं। उनकी शक्ति ने वोट परिवर्तित किया। आज सरकार को समझ में आ गया है कि महिलाओं के बिना सरकार नहीं बन सकती। उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि जो आप नारी शक्ति का अधिनियम लाए हैं, उसे लागू क्यों नहीं करते? क्या आज की नारी 10 साल उसका इंतजार करेगी?
‘संविधान सुरक्षा कवच’
प्रियंका गांधी ने कहा कि मैंने हमारे संविधान की ज्योत को जलते हुए देखा है। हमारा संविधान एक सुरक्षा कवच है, जो देशवासियों को सुरक्षित रखता है। संविधान न्याय और एकता और आजादी का कवच है। संविधान में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय का वादा है। ये वादा भी सुरक्षा कवच है। जिसको तोड़ने का काम शुरू हो चुका है।प्रियंका ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि दुख की बात ये है कि मेरे सत्तापक्ष के साथी जो बड़ी बड़ी बातें करते हैं, उन्होंने 10 सालों में ये सुरक्षा कवच तोड़ने का प्रयास किया है।
‘संविधान बदलने का काम भी शुरू कर देती’
प्रियंका ने लेटरल एंट्री और निजिकरण के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सरकार आरक्षण को कमजोर करने का काम कर रही है। अगर लोकसभा में ये नतीजे नहीं आए होते तो सरकार संविधान बदलने का काम भी शुरू कर देती। पहली बार सांसद बनी प्रियंका ने आगे कहा कि इस चुनाव में सत्तापक्ष को पता चल गया कि देश की जनता ही इस संविधान को सुरक्षित रखेगी। संविधान बदलने की बात इस देश में नहीं चलेगी।