Prunes for Constipation: प्रून सूखे आलूबुखारे हैं जो अपनी हाई फाइबर कंटेंट, एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक पोषक तत्वों के लिए जाने जाते हैं। वे पाचन में सहायता करते हैं, कब्ज को रोकते हैं और अपनी प्राकृतिक सोर्बिटोल कंटेंट के कारण आंत (Prunes for Constipation) को स्वस्थ रखते हैं। ये विटामिन ए, के और पोटेशियम से भरपूर होते हैं। यही नहीं, आलूबुखारा ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और वजन कम करने में भी सहायता कर सकता है।
आलूबुखारा कैसे करते है कॉन्स्टिपेशन दूर?
आलूबुखारा (Prunes for Constipation) अपने हाई फाइबर और सोर्बिटोल कंटेंट के कारण कब्ज से प्राकृतिक राहत प्रदान करता है। इनमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो मल को नरम करने और मल त्याग को सुचारू बनाने में मदद करते हैं। सोर्बिटोल, एक प्राकृतिक चीनी अल्कोहल, आंतों में पानी खींचकर, मल मार्ग को आसान बनाकर हल्के लैक्सटिव के रूप में कार्य करता है।
आलूबुखारे (Prunes Benefits) में फेनोलिक यौगिक भी होते हैं, जो आंत्र गतिविधि को उत्तेजित करके आंत को स्वस्थ रखते हैं। रोजाना 2-3 आलूबुखारा खाने या आलूबुखारा का जूस पीने से कब्ज को प्रभावी ढंग से रोका जा सकता है और पाचन में सुधार किया जा सकता है। उनके प्राकृतिक गुण उन्हें दवा की आवश्यकता के बिना नियमित मल त्याग को बनाए रखने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी उपाय बनाते हैं।
कब्ज से राहत के लिए आलूबुखारा का सेवन कैसे करें?
आप आलूबुखारा (Prunes Khane Ke Fayde) को दिन में किसी भी समय खा सकते हैं, लेकिन जब कब्ज को नियंत्रित करने की बात आती है तो सुबह के समय इनका सेवन अधिक प्रभावी हो सकता है। यह पाचन तंत्र को पूरे दिन फाइबर संसाधित करने की अनुमति देता है, और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करता है। आप कब्ज से राहत के लिए विभिन्न तरीकों से आलूबुखारे का आनंद ले सकते हैं:
साबुत खाएं: नाश्ते के रूप में इनका साबुत सेवन आपके फाइबर सेवन को बढ़ाने और आपके मल में भारी मात्रा जोड़ने का एक सीधा तरीका है।
भिगो कर खाएं: सुपरफूड को रात भर गर्म पानी में भिगोने से वे नरम हो सकते हैं, जिससे उन्हें पचाना आसान हो जाता है।
प्रून जूस: इन्हें साबुत खाना बहुत अच्छा है, लेकिन अगर आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं, तो जूस पीना (Prunes Juice) एक और प्रभावी विकल्प है। द अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित 2022 के एक अध्ययन से पता चला है कि प्रून जूस का सेवन कब्ज से पीड़ित लोगों के इलाज में प्रभावी था। शोधकर्ताओं ने पाया कि जूस पीने के बाद उनमें कब्ज के लक्षण नहीं थे, और पेट में कोई परेशानी नहीं थी।
विभिन्न भोजन में सूखे आलूबुखारे: सूखे आलूबुखारे को दही या दूध के साथ स्मूदी में मिलाकर, या अनाज या दलिया के अपने कटोरे में कटा हुआ आलूबुखारा मिलाकर अपने भोजन में शामिल करें। आप अतिरिक्त फाइबर बढ़ाने के लिए प्यूरी भी बना सकते हैं और पके हुए माल में मिला सकते हैं।
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