गणतंत्र दिवस पर पुतिन का संदेश: भारत की तारीफ और द्विपक्षीय रिश्तों की मजबूती

भारत ने 26 जनवरी 2025 को अपना 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया। इस खास दिन पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर एक भव्य परेड आयोजित की गई, जिसमें देश की सांस्कृतिक धरोहर और सैन्य शक्ति का शानदार प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी और भारत की कई उपलब्धियों की सराहना की।

पुतिन का संदेश: भारत की उपलब्धियों की सराहना

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत की राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। पुतिन ने अपने संदेश में भारत की सामाजिक, आर्थिक, और वैज्ञानिक उपलब्धियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत ने इन क्षेत्रों में शानदार तरक्की की है और उसकी यह सफलता पूरी दुनिया में पहचानी जाती है। पुतिन ने भारत की लोकतांत्रिक नींव की भी सराहना की और कहा कि भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली एक मिसाल के तौर पर पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक है। उनका कहना था कि भारत वैश्विक स्थिरता और सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहा है और इसके योगदान की कोई भी नकारात्मक नजरअंदाजी नहीं कर सकता।

भारत-रूस के रिश्तों पर विशेष ध्यान

रूस के राष्ट्रपति ने अपने संदेश में भारत और रूस के रिश्तों को भी खास महत्व दिया। पुतिन ने कहा, “हमारे देशों के बीच विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी है और हम इसे लगातार मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी भविष्य में और अधिक प्रगति करेगी, जिससे दोनों देशों के लोगों के हितों की रक्षा होगी।” पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि रूस और भारत मिलकर हर क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने से रूस और भारत के लोगों को भी लाभ मिलेगा।

पुतिन की शुभकामनाएं

पुतिन ने अपने संदेश में भारतीय नागरिकों के स्वास्थ्य, समृद्धि और खुशी की कामना भी की। उन्होंने कहा, “मैं ईमानदारी से आपके सर्वोत्तम स्वास्थ्य, हर सफलता और सभी भारतीय नागरिकों की खुशी और कल्याण की कामना करता हूं।”

गणतंत्र दिवस पर भव्य परेड और समारोह

गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भव्य परेड का आयोजन किया गया। इस परेड में भारतीय सेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, जबकि विभिन्न राज्यों की झांकियों ने भारतीय संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने रखा। इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियंतो शामिल हुए, जो भारत-इंडोनेशिया के रिश्तों को और मजबूत करने के प्रतीक हैं।

ये भी पढ़ें:क्या होगा टिकटॉक का भविष्य ? ट्रंप ने कहा 30 दिनों में होगा फैसला!