एक पुरानी कहावत है कि सौ सुनार की एक लोहार की…राजस्थान बीजेपी में वैसे तो तमाम नेता ऐसे हैं, जो सियासी मैदान के मंझे हुए खिलाड़ी मानें जाते हैं, लेकिन जब महारानी वसुंधरा राजे जलवा दिखाती हैं, तो बड़े-बड़े सियासी धुरंधरों के पसीने छूट जाते हैं. 2023 के रण से पहले मैदान में अब महारानी एंट्री मार चुकी हैं, चार साल में पार्टी के कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने खुद को बीजेपी में सीएम का चेहरा मान लिया था, लेकिन राजे के आते ही अब सबकी टेंशन बढ़ गई है, क्योंकि वसुंधरा राजे अब अपनी उसी पुरानी धमक के साथ वापसी कर रही हैं, जिसका असर दिल्ली तक होता था.
अपना वीडियो सोशल मीडिया में देखकर महारानी को भी अच्छा महसूस हुआ होगा, इसे लेकर उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा अर्पिता ने मुझे उसी स्कूटी पर बैठ यात्रा करने का निवेदन किया, जो उन्हें हमारी बीजेपी सरकार द्वारा चलाई गई योजना के माध्यम से मिली. तो फिर भला मैं कैसे मना करती? मैंने बिटिया का मान रखने के लिए स्कूटी की सवारी की और वहां मौजूद सभी बच्चियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी. इससे पहले वो डूंगरपुर के चितरी गांव में कार्यक्रम के दौरान वसुंधरा सरकार की स्कूटी योजना से लाभान्वित बेटियों से भी मिली.
ये पहला मौका नहीं है जब वसुंधरा ने इस तरह के अंदाज से लोगों को दिल जीता हो, कभी वो वृद्ध महिला के गाल सहलाती हुई नजर आती हैं, कभी वो धनुष बाण से तीर चलाकर अपने विरोधियों को चुनौती देती हुई नजर आती हैं. कभी वो बच्चों को गोद में लेकर खिलखिलाते हुई नजर आती हैं तो कभी वो वीर क्षत्राणी की तरह कमान से तलवार निकालती नजर आती हैं. कभी वो लोगों के साथ चाय की चुस्की लेती हुई नजर आती है तो कभी वो मंदिर पहुंच कर पुजारियों का आशीर्वाद लेते हुई नजर आती हैं. वसुंधरा अपने अलग अंदाज से न केवल लोगों का दिल जीत लेती हैं बल्कि अपने विरोधियों को भी करारा जबाव दे देती हैं कि उन्हें हल्के में लेने की कोई भूल ना ही करे तो अच्छा होगा.
वसुंधरा राजे ने पहले भी अपनी यात्राओं के जरिए अपनी आमद का अहसास तो करवा ही दिया है साथ ही ये संदेश भी दे दिया है कि देख लो लोग आज भी अपनी महारानी को कितना चाहते हैं, राजे कहती हैं कि वो क्षत्राणी की बेटी हैं, जाट की बहू है और गुर्जर की समधन है. इसके अलावा सभी समाज के लोगों का प्यार उन्हें मिलता है. 2003 में परिवर्तन यात्रा के जरिए उन्होंने बीजेपी को राजस्थान के इतिहास में पहली बार 120 सीटें जितवाईं थीं. 2013 में सुराज संकल्प यात्रा के जरिए महारानी ने पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाते हुए 163 सीटों पर विजय प्राप्त करवाई थी. अब एक बार फिर महारानी ग्राउंड पर हैं और फिर से महारानी के परीक्षा की घड़ी पास आ चुकी है, राजस्थान के मौजूदा सियासी हालात में अब वसुंधरा राजे कितना असर डाल पाएंगी, सबको इंतजार है.
OTT INDIA आपको खबरों से अपडेट रखेगा
OTT INDIA देश का नंबर 1 डिजिटल प्लेटफॉर्म है – जो देशवासियो को हर खबर में सबसे आगे रखता है। OTT इंडिया पर पढ़ें नेशनल, इंटरनेशनल, इलेक्शन, बिजनेस, स्पोर्ट्स, एंटरटेनमेंट समेत सभी खबरें। अब हर समाचार आपकी उंगलियों पर, हमारा नवीनतम Android और iOS ऐप डाउनलोड करें। ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ें।