बिहार के एक शख्स ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ अदालत में एक अजीबोगरीब मामला दर्ज कराया है। वह आरोप लगा रहे हैं कि राहुल गांधी के एक भाषण को सुनने के बाद उन्हें इतना डर और घबराहट हुई कि उनके हाथ से दूध की बाल्टी गिर गई। अब इस हादसे से हुए नुकसान और मानसिक परेशानी के लिए वह राहुल गांधी से कानूनी हिसाब-किताब मांग रहे हैं।
राहुल गांधी के भाषण के बाद शख्स का हुआ नुकसान
15 जनवरी 2025 को, कांग्रेस के नए मुख्यालय इंदिरा भवन में राहुल गांधी ने एक भाषण दिया था। इस भाषण में उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई सिर्फ बीजेपी और आरएसएस से नहीं, बल्कि भारतीय राज्य व्यवस्था से भी है। राहुल गांधी के इस बयान को सुनने के बाद बिहार के समस्तीपुर जिले के रोसरा थाना क्षेत्र के सोनूपुर गांव के रहने वाले मुकेश कुमार चौधरी को इतनी घबराहट हुई कि वह अपने हाथ से दूध की बाल्टी गिरा बैठे। अब मुकेश कुमार ने राहुल गांधी के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर कर दिया है।
मुकेश कुमार ने क्या कहा?
मुकेश कुमार का कहना है कि उन्होंने राहुल गांधी का यह भड़काऊ भाषण अपने घर पर टीवी और मोबाइल पर देखा था। जैसे ही राहुल गांधी ने भारतीय राज व्यवस्था के खिलाफ अपने बयान दिए, मुकेश इतना डर गए कि उनका ध्यान बंट गया और दूध से भरी उनकी बाल्टी गिर गई। उनके हाथ में 5 लीटर दूध था, जो पूरी तरह से जमीन पर गिरकर बर्बाद हो गया। मुकेश का कहना है कि दूध के नुकसान से उन्हें 250 रुपये का नुकसान हुआ है। इसके साथ ही, भाषण सुनने से उन्हें मानसिक पीड़ा भी हुई।
मुकेश कुमार ने अदालत में कहा कि राहुल गांधी का भाषण उन्हें इतना शॉक देने वाला लगा कि वह असुरक्षित महसूस करने लगे। उन्होंने इस भाषण को सुनकर महसूस किया कि देश की व्यवस्था के खिलाफ कुछ लोग खुलकर खड़े हो रहे हैं, जो उनके लिए काफी डरावना था। यह डर और घबराहट इस हद तक बढ़ी कि उनकी बाल्टी ही गिर गई। मुकेश ने कहा कि वह अब खुद को मानसिक रूप से परेशान महसूस कर रहे हैं और इस वजह से उन्हें नुकसान हुआ है।
कौन से आरोप लगे हैं राहुल गांधी पर?
मुकेश कुमार ने अपनी याचिका में यह आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के बयान ने देश की राजनीतिक व्यवस्था के खिलाफ नकारात्मक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने यह कहकर लोगों को भ्रमित किया कि उनकी लड़ाई न केवल बीजेपी और आरएसएस से है, बल्कि वह भारतीय राज्य व्यवस्था के खिलाफ भी हैं। मुकेश का कहना है कि इस तरह के बयान समाज में असुरक्षा और घबराहट पैदा करते हैं, जिससे लोग मानसिक रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
मुकेश कुमार ने अपनी शिकायत रोसरा व्यवहार न्यायालय में दायर की है। यह मामला कोर्ट में अभियोग पत्र संख्या 57/2025 के तहत दर्ज किया गया है। अब अदालत इस पर सुनवाई करेगी और देखेगी कि क्या राहुल गांधी के खिलाफ दायर किए गए इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई होती है या नहीं। यह केस इसलिए भी दिलचस्प है क्योंकि इसमें सिर्फ एक शख्स के नुकसान की बात नहीं हो रही, बल्कि इसमें देश की राजनीतिक स्थिति और उसके प्रभाव पर भी सवाल उठाया गया है।
क्यों है यह मामला खास?
यह मामला इस वजह से खास है क्योंकि यह एक आम नागरिक के द्वारा दायर किया गया है, और उसमें दावा किया गया है कि एक राजनीतिक नेता का भाषण उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह देखने वाली बात होगी कि क्या अदालत इस मामले में कोई बड़ा फैसला देती है और क्या राजनीति से जुड़े किसी व्यक्ति के बयान के खिलाफ इस तरह के मुकदमे चल सकते हैं।
इस मामले के जरिए एक सवाल खड़ा होता है कि क्या किसी सार्वजनिक वक्तव्य का असर इतना गहरा हो सकता है कि वह किसी व्यक्ति को मानसिक या शारीरिक रूप से प्रभावित कर सके?