रेलवे ने मुंबई में बंद की डबल-डेकर ट्रेन की सेवा, अब नए कोच के साथ पटरी पर दौड़ेगी ट्रेन

भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारत में हर दिन रेलवे के जरिए लाखों यात्री सफर करते हैं। इतना ही नहीं रेलवे देश के सभी राज्यों की आबादी के मुताबिक वहां पर ट्रेनों का संचालन करता है। इतना ही नहीं समय-समय पर रेलवे ट्रेनों की कोचों में बदलाव भी करता है। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे की मुंबई में आखिरी नॉन-एसी डबल-डेकर कोच को बंद कर दिया गया है।

मुंबई में डबल-डेकर कोच बंद

भारतीय रेलवे ने बीते शनिवार को मुंबई में दो दशकों से अधिक की सेवा के बाद नॉन-एसी डबल-डेकर कोच को फाइनली बंद कर दिया है। बता दें कि डबल-डेकर ट्रेन बीते शनिवार को मुंबईवासियों को अपनी आखिरी सेवा दी है। पश्चिम रेलवे के मुताबिक 4 जनवरी 2025 तक अपने नियमित समय के अनुसार इस ट्रेन ने सेवा देते हुए अपनी यात्रा समाप्त की है। पश्चिम रेलवे ने इस ट्रेन को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि यह ट्रेन वर्तमान में 18 कोचों वाली रेक के साथ चलती थी। लेकिन अब ये ट्रेन आज यानी 5 जनवरी से 22 कोचों के पारंपरिक ICF रेक के साथ चलेगी। दरअसल ट्रेन का संचालन जारी रहेगा, सिर्फ पुरानी नॉन-एसी डबल-डेकर कोच की जगह आईसीएफ कोच लेगी।

रेलवे कर्मचारियों ने दी अंतिम विदाई

बता दें कि भारतीय रेलवे के कर्मचारियों ने शनिवार को आखिरी बार डबल-डेकर कोचों के साथ चलने वाली इस ट्रेन को विदाई दी है। डबल डेकर नॉन-एसी कोच ने लगभग 2 दशक तक मुंबईवासियों की सेवा की है। वहीं एक अधिकारी के मुताबिक नए आईसीएफ रेक में सीटिंग की जगह के साथ साथ ऊपर के बर्थ की भी सुविधा होगी। बता दें कि हर डबल डेकर कोच में 136 यात्रियों के बैठके की जगह होती थी। वहीं गलियारों और ट्रेन के दरवाजों के पास की जगह को मिलाकर इसमें कुल 250 से 260 लोग आ जाते थे।

नए कोच भी हैं खास

जानकारी के मुताबिक ICF जनरल कोच में बैठने के लिए 100 सीटे होंगी। वहीं ऊपर की बर्थ में 60 और सीटें होती हैं। यानी इस कोच में बैठने की कुल क्षमता 160 लोगों की होगी, वहीं इसमें खड़े होकर सफर करने वालों को गिना जाएगा, तो वह भी 250 तक पहुंच जाते हैं। वहीं यात्रियों और भीड़ को देखते हुए इस ट्रेन में 4 अन्य कोच भी जोड़े जाएंगे। जिसके बाद ये 18 कोच से बढ़कर 22 कोच की ट्रेन हो जाएगी।

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