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Rajasthani cultural : ठाठ से निकली गणगौर की सवारी, देखने उमड़े देशी, विदेशी पर्यटक, जानिए कहां निकली 100 क्विंटल चांदी की गणगौर की सवारी

Rajasthani cultural : जयपुर । राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान गणगौर का पर्व आज धूमधाम से मनाया गया। राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में गणगौर की सवारी निकाली जा रही है। जोधपुर, अजमेर, सीकर, नागौर, झुंझुनूं और टोंक सहित कई जिलों में गणगौर पूजा के विशेष आयोजन किए गए।
त्रिपोलिया गेट से निकली शाही ठाठ से सवारी
जयपुर के सिटी पैलेस से गणगौर की शाही सवारी का लवाजमा जब निकला तो दर्शनों को श्रद्धालु उमड़ पड़े। देशी और विदेशी पर्यटक भी खास तौर पर इसे देखने के लिए आतुर नजर आए। निकलने से पहले रिमझिम बारिश हुई। बारिश के बाद भी गणगौर की सवारी देखने लोग त्रिपोलिया गेट और त्रिपोलिया बाजार में जुटे रहे। यहां सिटी पैलेस के त्रिपोलिया से सवारी निकलकर छोटी चौपड़ होती हुई ताल कटोरा तक जाती है। शोभायात्रा के दौरान बैंड वादन और लोकनृत्य काफी आकर्षण का केंद्र रहता है।
तीस झांकियों के साथ निकला लवाजमा
जोधपुर में आज निकली गणगौर को करोड़ों रुपयों की ज्वेलरी से शृंगारित किया गया है। गणगौर की सवारी लवाजमे के साथ जालोरी गेट से भीतरी शहर होते हुए गणगौर की सवारी घंटाघर पर विसर्जित होती है। यहां शोभायात्रा में 30 झांकियां शामिल हैं।
नागौर में एक क्विंटल चांदी से बनी गणगौर की सवारी
नागौर में भी गणगौर की शाही सवारी  निकाली गई। खास बात ये है कि यहां अहिछतरपुर गढ़ की गणगौर एक क्विंटल की गणगौर की सवारी निकाली गई। ये गणगौर की सवारी प्रमुख मार्गों से होते हुए बख्तसागर तालाब पहुंचकर विसर्जित होती है। चालीस सालों से घांची समाज ये सवारी निकाल रहा है।
यहां भी निकली ठाठ से गणगौर
इसी तरह सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा, सीकर, झुंझुनूं, बड़ागांव, उदयपुर, बीकानेर, जोधपुर सहित अन्य जगहों पर भी ठाठ से गणगौर सवारियां निकली।
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