Ram Mandir Anniversary: अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का एक वर्ष आज पूरा हो गया है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, राम मंदिर की यह वर्षगांठ 11 जनवरी (Ram Mandir Anniversary) को मनाई जाएगी। यह उत्सव तीन दिनों ताल चलेगा। जानकारी के अनुसार, श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने इस विशेष अवसर को अत्यंत धूमधाम से मनाने की योजना बनाई है। आज के दिन रामलला को पीतांबर वस्त्र पहनाए जाएंगे।
यह उत्सव 11 से 13 जनवरी, 2025 तक (Ram Mandir First Anniversary) होगा, जिसमें विभिन्न अनुष्ठान, प्रार्थनाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिससे भक्तों और संतों को भगवान राम के सम्मान में भाग लेने की अनुमति मिलेगी। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तिथि में परिवर्तन हिंदू कैलेंडर के भीतर शुभ तिथियों के साथ संरेखित होने के महत्व पर जोर देता है, जो हर साल भिन्न हो सकता है।
Shri Ram Rag Seva is being organized at the Shri Ram Janmabhoomi temple in Ayodhya to commemorate the first anniversary of the Pran Pratishtha of Prabhu Shri Ramlalla Sarkar. This devotional event is dedicated to celebrating the spiritual and cultural glory of Lord Shri Ram,… pic.twitter.com/2iqo8ENUAv
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 9, 2025
प्राण प्रतिष्ठा के पहले वर्षगांठ के कार्यक्रम की सूची
यज्ञ मण्डप
शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों से अग्निहोत्र (सुबह 8-11 बजे और दोपहर 2-5 बजे)
6 लाख श्रीराम मंत्र जाप
राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा का पाठ
मंदिर भूतल पर कार्यक्रम
राग सेवा (3-5 बजे)
बधाई गान (6-9 बजे)
यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम तल पर
संगीतमय मानस पाठ
अंगद टीला
राम कथा (2-3:30 बजे)
मानस प्रवचन (3:30-5 बजे)
सांस्कृतिक कार्यक्रम (5:30-7:30 बजे)
भगवान का प्रसाद वितरण (प्रातःकाल से)
प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को तो 11 जनवरी को क्यों मनाई जाएगी वर्षगांठ?
अयोध्या के भव्य राम मंदिर (Ram Temple in Ayodhya) में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (ram mandir consecration) बीते वर्ष 22 जनवरी को हुई थी। हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुरूप होने के कारण, राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ 22 जनवरी के बजाय 11 जनवरी, 2025 को मनाई जाएगी। मूल अभिषेक 22 जनवरी, 2024 को हुआ था, जिसे हिंदू पंचांग (कैलेंडर) के अनुसार कूर्म द्वादशी के रूप में नामित किया गया था।
वर्षगांठ के लिए, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) ने पौष शुक्ल द्वादशी को मनाने का विकल्प चुना है, जो इस साल 11 जनवरी को है। यह निर्णय हिंदू धर्म में एक पारंपरिक प्रथा को दर्शाता है जहां त्योहार निश्चित ग्रेगोरियन तिथियों के बजाय विशिष्ट चंद्र तिथियों के आधार पर मनाए जाते हैं।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, 22 जनवरी 2024 के दिन पौष, शुक्ल पक्ष, द्वादशी की तिथि थी। इस साल ये तिथि 11 जनवरी को ही पड़ रही है। ऐसे में प्रतिष्ठा द्वादशी का उत्सव इसी दिन मनाया जाएगा।
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