राजस्थान (डिजिटल डेस्क). Ram Mandir Ground Report: 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान राम लला का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव होने जा रहा है, ऐसे में गुजरात फर्स्ट और ओटीटीकी टीम पहले ही अयोध्या पहुंच चुकी है। अयोध्या में सुरक्षा के भारी इंतजाम किये गये हैं। शहरवासियों में भारी उत्साह है। 500 साल के संघर्ष के बाद राम लला का मंदिर देखकर अयोध्यावासी गौरवान्वित हैं। अयोध्या में रहने वाले हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग खुश हैं।
कोलकाता के कोठारी बंधु, राम और शरद कोठारी हुए थे शहीद
1990 में कारसेवकों पर अंधाधुंध फायरिंग में कोलकाता के कोठारी बंधु, राम और शरद कोठारी (Ram Mandir Ground Report) शहीद हो गये थे। पुलिस कर्मियों द्वारा उनकी बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई। जय श्री राम के नारे के साथ दोनों भाईयों ने अयोध्या में ही अपनी जान राम मंदिर के नाम कर दी। उनकी शहादत के 1 वर्ष बाद अयोध्या के नागरिकों द्वारा राम शरद कोठारी स्मृति संघ की स्थापना की गई। यह संस्था कई वर्षों से सामाजिक कार्य कर रही है। गुजरात फर्स्ट और ओटीटी की टीम आज राम शरद कोठारी स्मृति संघ के कार्यालय पहुंची।
दोनों भाइयों का नाम इतिहास में अमर हो गया
राम शरद कोठारी स्मृति संघ के कार्यालय में हमारी मुलाकात (Ram Mandir Ground Report) अयोध्या विधायक वेद गुप्ता से हुई। गुजरात फर्स्ट और ओटीटी से बातचीत में उन्होंने कहा कि हम राम मंदिर निर्माण से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि यह अयोध्यावासियों के लिए गर्व की बात है कि सदियों बाद यह दिन आया है। आंदोलन में दोनों कोठारी भाई शहीद हो गये। उनका नाम इतिहास में अमर हो गया। 22 जनवरी को दोनों भाइयों को याद करना जरूरी है। 495 वर्षों के संघर्ष के बाद यह अमर क्षण आया है। उसके घर में भगवान का वास होगा। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद देश की दशा और दिशा बदल गयी है।
राम – शरद कोठारी की बहन पूर्णिमा कोठारी भी आज अयोध्या आएंगी
इस संगठन के एक सदस्य ने गुजरात फर्स्ट और ओटीटी टीम से बातचीत (Ram Mandir Ground Report) में कहा कि राम (उम्र 22 वर्ष) और शरद (उम्र 20 वर्ष) दोनों भाई 1990 में कोलकाता से आए 75 लोगों के पहले जत्थे में शामिल थे। दोनों भाई बचपन से ही आरएसएस राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता थे। वीएचपी यानि विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति अयोध्या आए, लेकिन दोनों भाई जिद करके अयोध्या आ गए। 30 अक्टूबर को जिन छह-सात लोगों ने झंडा फहराया उनमें शरद कोठारी भी थे। 2 नवंबर को जब कारसेवक शांतिपूर्वक जा रहे थे तो मुलायम सिंह की सरकार ने उन पर गोलियां चलवा दीं। इसमें दोनों भाई शहीद हो गए। ऐसे शहीदों के कारण ही भव्य राम मंदिर का निर्माण हो सका है। यह पहला मौका है जब हम भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा को अपनी आंखों से देख सकेंगे। इस समारोह में राम – शरद कोठारी की बहन पूर्णिमा कोठारी भी आज अयोध्या आएंगी। कोठारी बंधुओं के माता पिता राम मंदिर के निर्माण के सपने के साथ ही इस दुनिया से विदा ले छुए हैं। मैं 1991 में इसकी स्थापना के समय से ही इस संगठन का सदस्य रहा हूं। हम साल में एक बार रक्तदान करते हैं। हम राम शरद कोठारी शौर्य पुरस्कार देते हैं और देश भर में वीरतापूर्ण कार्य करने वालों को पुरस्कृत करते हैं। हमारे कार्यक्रम में मोहन भागवत और सीएम योगी भी आते हैं।
राम मंदिर निर्माण से हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग खुश हैं
अयोध्या में सड़कें चौड़ी की जा रही हैं और राम की नगरी को सजाया (Ram Mandir Ground Report) जा रहा है। अयोध्या के बाजार में हर दुकान के शटर पर भगवान की तस्वीर भी नजर आ रही है। राम मंदिर निर्माण से अयोध्या में रहने वाले हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय खुश हैं। मुस्तुफा नाम के युवक ने कहा कि वह राम मंदिर के निर्माण से खुश है, वहीं उसके साथ मौजूद रमेश कुमार ने भी कहा कि उसे खुशी है कि सदियों के इंतजार के बाद राम मंदिर बन रहा है।
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