Ram Mandir Pran Pratistha: अयोध्या में राम मंदिर में राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratistha) हो चुकी है। आज एक भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने तमाम संतों की उपस्थिति में भगवान राम के बाल रूप की प्राण प्रतिष्ठा की )Ram Mandir Pran Pratistha)।
जानकारी के अनुसार राम लल्ला को प्रति दो घंटे पर कुछ न कुछ भोग के रूप में चढ़ाया जायेगा। राम लल्ला दोपहर में दो से तीन घंटे और रात को विश्राम करेंगे। राम लल्ला के प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratistha) के बाद अब पुरे देश में दिवाली के जैसा माहौल है। इस अवसर पर लोगों ने अपने घरों को फूल-मालाओं और दीपों से सजाया है। लोग भगवान राम को अर्पित करने के लिए तरह-तरह के प्रसाद भी बना रहे हैं। ऐसे में हम यह आर्टिकल आपके लिए ही लेकर आये हैं। हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएँगे कि समूचे भारत में जगह-जगह भगवान राम के मंदिरों में प्रसाद (Ram Mandir Pran Pratistha) के रूप में क्या चढ़ाया जाता है और आप भी उनमे से कुछ प्रसाद बना कर अपने घर या पास के मंदिर में भगवान रमा को अर्पित कर सकते हैं।
लड्डू (Laddoo)
लड्डू तो किसी भी भगवान को चढ़ाये जाने वाला प्रमुख व्यंजन है। उत्तर भारत में लड्डू प्रमुख रूप से भगवान राम और उनके परम शिष्य हनुमान को तो चढ़ाया ही जाता है। परंपराओं के अनुसार, भगवान राम और हनुमान को 3 प्रकार के लड्डू पसंद हैं। एक है केसरिया बूंदी का लड्डू, दूसरा है बेसन के लड्डू और तीसरा है मलाई-मिश्री का लड्डू। वैसे हनुमान जी को सबसे ज्यादा बेसन के लड्डू पसंद हैं। आप इन्हे पप्रसन्न कर दिए तो भगवान राम अपने आप ही प्रसन्न हो जायेंगे।
खीर (Kheer)
खीर भी भारत में देवताओं को दिया जाने वाला एक बहुत ही प्रसिद्ध व्यंजन है। चाहे पायसम हो या साबूदाना खीर, देवताओं खास कर भगवान राम को प्रभावित करने के लिए विभिन्न प्रकार की खीर अर्पित की जाती है। खीर का सबसे आम रूप पायसम है, जो दूध, चीनी और चावल को एक साथ उबालकर बनाया जाता है जब तक कि वे समान रूप से पक न जाएं। इसे पूरे भारत में देवताओं को प्रसाद के रूप में परोसा जाता है। राम नवमी के अवसर पर तो भगवान राम को कई भक्त खीर जरूर चढ़ाते हैं।
नीर मोर (Neer Mor)
नीर मोर एक प्रकार का पतला छाछ है जिसे राम नवमी की पूर्व संध्या पर तमिलनाडु में भगवान राम को अर्पित करने के लिए प्रसाद के रूप में भी तैयार किया जाता है। दही, ठंडा पानी, हरी मिर्च, अदरक, जीरा पाउडर, काला नमक, हींग, नमक, चाट मसाला का उपयोग करके नीर मोर तैयार किया जाता है। इस ड्रिंक का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें करी पत्ता भी मिलाया जाता है।
चालिमिडी (Chalimidi)
यह पारंपरिक रूप से भारत के आंध्र क्षेत्र में राम नवमी के अवसर पर तैयार किया जाता है और भगवान राम को अर्पित किया जाता है। चालिमिडी अपनी स्वादिष्टता, प्रामाणिकता और विनम्रता के लिए जाना जाता है। यह लड्डू के रूप में होता है और कच्चे चावल, कटा हुआ नारियल, घी, गुड़ और इलायची से तैयार किया जाता है। इसके अलावा, कुछ अवसरों पर भगवान गणेश को चालिमिडी भी अर्पित की जाती है।
कोसंबरी और पनाकम (Kosambari and Panakam)
पूरे दक्षिण भारत में भगवान राम को कोसांबरी (एक प्रकार का सलाद) और पनाकम (ठंडा पेय) चढ़ाया जाता है। परंपरा में भक्त पनाकम और कोसंबरी तैयार करते हैं, भगवान राम को चढ़ाते हैं, सड़कों के किनारे स्टॉल लगाते हैं और राम नवमी के दौरान सभी राहगीरों को प्रसाद के रूप में परोसते हैं। गर्मी के मौसम में इसकी तासीर ठंडी होती है। इसलिए यह प्रसाद दक्षिण भारत में खासा लोकप्रिय हैं।
सूजी का हलवा (Semolina Halwa)
कई जगहों पर देखा गया है कि लोग सूजी का हलवा बना कर भगवान राम को प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं। कई जगह ऐसा कहा भी गया है कि भगवान राम को सूजी का हलवा अर्पित करना चाहिए और वह घर पर बना हुआ होना चाहिए। देसी घी का दीया जलाना चाहिए और उसके बाद रामलला को भोग प्रसाद चढ़ाकर आशीर्वाद लेना चाहिए। इसके अलावा लोग पंजीरी भी भगवान राम को चढ़ाते हैं।
OTT INDIA आपको खबरों से रखेगा अपडेट
OTT INDIA देश का नंबर 1 डिजिटल प्लेटफॉर्म है- जो देशवासियो को हर खबर में सबसे आगे रखता है। OTT इंडिया पर पढ़ें नेशनल, इंटरनेशनल, इलेक्शन, बिजनेस, स्पोर्ट्स, एंटरटेनमेंट समेत सभी खबरें। अब हर समाचार आपकी उंगलियों पर, हमारा नवीनतम Android और iOS ऐप डाउनलोड करें। ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ें।