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Ram Mandir: जब रामलला के दर्शन करने स्वयं राम मंदिर पहुंचे बजरंगबली, नजारा देख सभी लोग हुए हैरान

Ram Mandir

राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Ram Mandir : अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir) में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। प्राण प्रतिष्ठा के अगले ही दिन भगवान के दर्शन के लिए लाखों भक्त उमड़ पड़े। इन लाखों की भीड़ को कंट्रोल करने में पुलिसकर्मियों को काफी समस्या हो रही थी। इसी बीच एक ऐसी घटना हुई जिसे देख सभी लोग हैरान रह गए। दरअसल जब सुरक्षाकर्मी भक्तों की भीड़ को कंट्रोल कर रही थी उसी दौरान एक बंदर भी राम मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर गया। इस घटना की जानकरी खुद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया के द्वारा दिया। उन्होंने बताया कि वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि यह हमारे लिए ऐसा ही है जैसे हनुमान जी स्वयं रामलला के दर्शन करने के लिए आए हो।

Ram Mandir

गर्भगृह में बंदर को देख हैरान हुए लोग

यह घटना (Ram Mandir)  23 जनवरी की शाम को करीब 5 बजकर 50 मिनट के आस पास की बताई जा रही है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार 5 बजकर 50 मिनट पर मंदिर के गर्भगृह में एक बंदर को देखा गया। यह बंदर दक्षिणी द्वार से गूढ़ मंडप से होते हुए गर्भगृह में प्रवेश करते हुए रामलला की मूर्ति के पास पहुंच गया। गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मी ने जब बंदर को गर्भगृह में देखा तो वह यह सोच कर बंदर की तरफ भागे की कही वह रामलला की मूर्ति को किसी प्रकार का नुकसान ना पहुंचा दे या उत्सव मूर्ति को जमीन पर ना गिरा दे।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने आगे कहा कि लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। जब सुरक्षाकर्मी बंदर को पकड़ने के लिए भागे वैसे ही बंदर शांतभाव से भागते हुए उत्तरी द्वार की ओर गया लेकिन वहां का द्वार बंद होने की वजह से वह बंदर पूर्व दिशा की ओर बढ़ा और बिना किसी को नुकसान पहुंचाए पूर्वी द्वार से बाहर निकल गया। ट्रस्ट के अनुसार सुरक्षाकर्मी का इस कहना है कि यह घटना हमारे लिए ऐसे थी जैसे मानों स्वयं बजरंगबली रामलला के दर्शन करने के लिए आए हो।

पहले भी देखी गई है ऐसी घटना

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब रामलला के दर्शन के लिए बजरंगबली स्वयं पधारे हो। इस बात का प्रमाण पत्रकार हेमंत शर्मा की बुक ‘युद्ध में अयोध्या’ में भी देखा गया है। हेमंत शर्मा ने अपनी किताब में अयोध्या (Ram Mandir) से जुड़ी एक घटना का जिक्र करते हुए लिखा था कि फैजाबाद जिला अदालत ने 1 फरवरी 1986 में जिला जज कृष्णमोहन पांडेय द्वारा विवादित स्थल का ताला खोलने का आदेश जारी किया गया था। इस आदेश के पीछे एक काले बंदर को प्रेरणा स्त्रोत माना जाता है।

Ram Mandir

वहीं जज कृष्णमोहन पांडेय 1991 में प्रकाशित अपनी आत्मकथा में बताया था जिस दिन मैं विवादित स्थल का ताला खोलने का आदेश लिख रहा था उस दिन मेरी अदालत की छत पर एक काला बंदर फ्लैग पोस्ट को पकड़कर बैठा हुआ था। वहां मौजूद लोगों ने उसे खाने को भी दिया पर वह बंदर सिर्फ वहां चुपचाप बैठा रहा और कुछ भी नहीं खाया। फैसला सुनाने के बाद जब मैं अपने घर पहुंचा तब उसी बंदर को मेरे घर के बरामदे में बैठा पाया। यह देख मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ। मैंने उस बंदर को प्रमाण किया और फिर वह बंदर वहां से चला गया।

Ram Mandir

पहले ही दिन 5 लाख से ज्यादा लोगों ने किए दर्शन

22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद में आधी रात से ही रामलला के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगने लगा था। मंगलवार की शाम तक 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके थे।

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