Rekha Gupta Delhi CM: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद शालीमार बाग से विधायक बनीं रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान किया गया है। इस पद तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि सीएम की रेस में कई बड़े नाम थे। लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें दिल्ली की कमान सौंप दी।
रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी। वे दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (डूसू) की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। इसके अलावा, वे लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ी हुई हैं। कहा जा रहा है कि संघ ने भी उनके नाम को सीएम पद के लिए समर्थन दिया था।
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने से सबसे ज्यादा चर्चा ABVP की हो रही है। वजह यह है कि उन्होंने छात्र राजनीति से शुरुआत की और अब दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।
एबीवीपी से जुड़कर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की
रेखा गुप्ता, जो मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के जुलाना में 1974 में जन्मीं, ने अपने कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में कदम रख दिया था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलतराम कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़कर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की।
उनकी सक्रियता और मेहनत की वजह से उन्हें जल्दी ही अहम जिम्मेदारियां मिलने लगीं। 1995-96 में वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की सचिव बनीं और अगले ही साल, 1996-97 में डूसू अध्यक्ष भी रहीं। इस दौरान उन्होंने छात्रों से जुड़े कई अहम मुद्दे उठाए।
राजनीति में उनका सफर आगे बढ़ता रहा और 2002 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जॉइन कर ली। पार्टी में उन्हें युवा शाखा की राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई, जिससे वे और मजबूती से राजनीति में आगे बढ़ती गईं।
शालीमार बाग सीट से पहली बार विधानसभा चुनाव जीता
रेखा गुप्ता ने दिल्ली की शालीमार बाग सीट से पहली बार विधानसभा चुनाव जीता है। उन्होंने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार बंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया। इससे पहले, वह 2015 और 2020 के चुनावों में बंदना कुमारी से हार चुकी थीं। अब, उन्हें दिल्ली विधानसभा में सदन की नेता चुना गया है। इस तरह, वह सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी के बाद दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।
अलका लांबा ने रेखा गुप्ता ने एक साथ ली तस्वीर की साझा
अलका लांबा ने सोशल मीडिया पर 1995 के डूसू चुनाव की एक पुरानी तस्वीर साझा की, जब वे अध्यक्ष बनी थीं और रेखा गुप्ता महासचिव चुनी गई थीं। इस पोस्ट में उन्होंने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी। अलका लांबा ने लिखा, “यह 1995 की यादगार तस्वीर है, जब मैंने और रेखा गुप्ता ने एक साथ शपथ ली थी। मैंने कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई से चुनाव लड़ा था और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष बनी थी।”