Relationship Tips for Couple: पति-पत्नि हो या फिर गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड हर रिश्ते (Relationship Tips for Couple) में छोटे मोटे लड़ाई-झगड़े और नोंकझोंक होती ही रहती है और एक्सपर्ट की मानें तो हर रिश्ते में गिले-शिकवे और रूठना मनाना होना भी चाहिए। क्योंकि इसी के साथ हर दिन रिश्ता पहले से ज्यादा मजबूत और गहरा होता जाता है। लेकिन कई बार टे मोटे लड़ाई-झगड़े बड़े विवाद का रूप ले लेते है और इन चीजों से तंग आकर कपल्स एक दूसरे से अलग होने का फैसले के बारे में भी सोचने लगते है।
लेकिन पार्टनर के प्रति उनका प्यार उन्हें इस बात की इजाजत नहीं देता। लेकिन धीरे धीरे इन बातों की वजह से कपल्स के बीच दूरी बनने लगने लगती है। अगर आप भी ऐसे ही किसी उलझन में फंसे है और अपने टूटे हुए रिश्ते को फिर से बनाना चाहते है तो आज हम आपके के लिए कुछ ऐसे ही टिप्स लेकर आए है जो आपके टूटे हुए रिश्ते को फिर से बना सकते है।
क्या टूटते हुए रिश्ते को फिर से बनाया जा सकता है?
सबसे पहले आपको अपने रिश्ते में यह तलाश करने की जरूरत है कि क्या आपके टूटते हुए रिश्ते को फिर से बनाया जा सकता है। क्योंकि हर रिश्ता दोनों तरफ से निभाया जाता है। जहां आप ही सिर्फ एक तरफ से रिश्ता बनाने की कोशिश कर रहे है और आपके पार्टनर को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा तो ऐसे में इस रिश्ते को बचाने का भी कोई फायदा नहीं होगा। हर टकराव के बाद रिश्ते में लास्ट ऑप्शन ब्रेकअप ही होता है लेकिन सब पहलुओं को देखते हुए फैसला ले। अगर आप दोनों ही इसे बनाने के लिए अपनी कोशिशें कर रहे है तो फिर टूटे हुए रिश्ते को फिर से बनाया जा सकता हैं।
पार्टनर से खुलकर करें बात
कई बार मनमुटाव के बाद पार्टनर्स एक दूसरे के प्रति मन में ही बात रखने लगते है और शेयर नहीं करते। इससे धीरे धीरे दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगती है। लेकिन आपको समझना होगा कि हर समस्या का समाधाना बातचीत है। आप चाहे तो बात करके भी अपनी परेशानियों को खत्म कर सकते है। इसके लिए आप एक दूसरे से बात करे ओर परेशानियों के बारे में खुलकर बात करें और एक दूसरे को समझने की कोशिश करें।
पॉजिटीव बातों पर दे ध्यान
कई बार रिश्तों में दरार आने की सबसे बड़ी वजह हमारा नेगेटिव होना भी है। कई बार हम सिर्फ गलतियां को ही देखते है और पॉजिटिव एंगल के बारे में नहीं सोचते है। जिसकी वजह से धीरे धीरे हमारे दिमाग पर नेगेटिविटी हावी होने लगती है। इसलिए कोशिश करें कि रिश्ते में नेगेटिव से ज्यादा पॉजिटीव बातों पर ध्यान दे और गलतियों को नजरअंदाज करें।