गणतंत्र दिवस पर आज दुनिया देखेगी भारत की ताकत

गणतंत्र दिवस 2025: भारत दिखाएगा अपनी ताकत, ‘प्रलय’ और ‘नाग’ मिसाइल का होगा प्रदर्शन

भारत आज 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है और इस बार का समारोह किसी न किसी मायने में खास होगा। जहां एक तरफ दिल्ली में भव्य परेड का आयोजन हो रहा है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि समारोह को शांति और सुरक्षा के साथ मनाया जा सके। इस बार की परेड में न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन होगा, बल्कि ‘प्रलय मिसाइल’ और ‘नाग मिसाइल’ जैसे अत्याधुनिक हथियारों को भी पहली बार दिखाया जाएगा। साथ ही, भारत की नारी शक्ति और ऐतिहासिक धरोहर को भी प्रमुखता से दिखाया जाएगा। तो चलिए, जानते हैं गणतंत्र दिवस पर इस साल क्या खास होने जा रहा है।

दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में सुरक्षा को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है। दिल्ली पुलिस ने कर्तव्य पथ पर 6 लेयर सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। करीब 15,000 जवानों की तैनाती की गई है। हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और इनकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जा रही है। साथ ही, एआई टेक्नोलॉजी से लैस कैमरे भी लगाए गए हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पता तुरंत चल सके।

परेड की शुरुआत सुबह 10:30 बजे विजय चौक से होगी और यह लाल किले तक जाएगी। इससे पहले, सुबह 9:30 बजे इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। सुरक्षा के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने कई सड़कों पर यातायात प्रतिबंध और मार्ग परिवर्तन की जानकारी भी जारी कर दी है।

सड़कों पर कड़ा यातायात नियंत्रण

गणतंत्र दिवस परेड को लेकर दिल्ली में कई सड़कों पर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। विजय चौक से लाल किला तक जाने वाले रास्तों पर वाहन नहीं चलने दिए जाएंगे। इसके अलावा, सी-हेक्सागन और इंडिया गेट की ओर जाने वाली सड़कों पर भी भारी यातायात प्रतिबंधित रहेगा। सुबह 9:15 बजे से लेकर परेड के खत्म होने तक इन सड़कों से कोई भी वाहन नहीं गुजर सकेगा।

यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें, खासकर सुबह 9:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक परेड के रास्ते से बचें। हालांकि, नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं होगा। मेट्रो सेवा भी सामान्य रूप से चलती रहेगी, और मेट्रो के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

मेट्रो सेवा के विशेष इंतजाम

गणतंत्र दिवस के दिन मेट्रो सेवा में विशेष व्यवस्था की गई है। डीएमआरसी ने ऐलान किया है कि मेट्रो सुबह 3 बजे से चालू हो जाएगी और सुबह 6 बजे से मेट्रो ट्रेनों का संचालन 30 मिनट के अंतराल पर किया जाएगा। यह सुविधा खासतौर पर परेड में शामिल होने वाले लोगों के लिए दी गई है ताकि उन्हें आसानी से समारोह स्थल तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो।

विशेष अतिथियों की उपस्थिति

गणतंत्र दिवस परेड में लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। ये अतिथि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किए गए हैं। इन विशेष अतिथियों को ‘स्वर्णिम भारत’ के निर्माण में उनके योगदान के लिए आमंत्रित किया गया है। इनमें ऐसे लोग शामिल हैं जिन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन में बदलाव किया है।

31 झांकियां और ‘स्वर्णिम भारत’ का संदेश

इस बार की परेड में ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर 31 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी। खास बात यह है कि पहली बार त्रि-सेवाओं (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) की संयुक्त झांकी दिखाई जाएगी। इसके अलावा, कर्तव्य पथ पर 5,000 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन किया जाएगा, जो देश की विविधता और संस्कृति को दर्शाता है।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का आगमन

गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के तौर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो उपस्थित होंगे। वह भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति होंगे। उनके साथ 352 सदस्यीय इंडोनेशियाई मार्चिंग और बैंड दस्ता भी परेड में हिस्सा लेगा। यह पहला मौका होगा जब इंडोनेशियाई बैंड विदेश में राष्ट्रीय दिवस परेड में भाग लेगा।

भारत की शक्ति का प्रदर्शन

इस साल गणतंत्र दिवस पर भारत दुनिया को अपनी सैन्य ताकत दिखाने जा रहा है। सबसे खास बात यह है कि पहली बार ‘प्रलय मिसाइल’ को परेड में शामिल किया जाएगा। यह मिसाइल 350-500 किलोमीटर तक मार कर सकती है और 500-1000 किलो तक का पेलोड लेकर जा सकती है। ‘प्रलय’ को चीन की ‘डोंग फेंग 12’ और रूस की ‘इस्कैंडर’ मिसाइलों के बराबर माना जा रहा है। यह मिसाइल भारत की सीमा सुरक्षा के लिए खास तौर पर डिजाइन की गई है।

इसके अलावा, ‘नाग मिसाइल’ का भी शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। इस परेड में ब्रह्मोस और पिनाका मिसाइल सिस्टम का भी प्रदर्शन होगा। भारतीय सेना के टी-90 भीष्म टैंक का भी शानदार प्रदर्शन देखने को मिलेगा।

भारतीय नौसेना की शक्ति

इस बार भारतीय नौसेना भी अपनी ताकत दिखाएगी। भारतीय नौसेना की झांकी में पनडुब्बियों और वॉरशिप का प्रदर्शन किया जाएगा। हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल किए गए INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वागशीर को भी परेड में दिखाया जाएगा।

 

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