रिजिजू ने पीएम मोदी की ओर से चढ़ाई चादर,याचिका पर नहीं हो सकी सुनवाई

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भेजे चादर को अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाया है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती 813वें उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर भेजी थी। हालांकि अजमेर के हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया था।

पीएम ने अजमेर शरीफ दरगाह के लिए भेजी थी चादर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते शुक्रवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती 813वें उर्स के मौके पर अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर भेजी थी। पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के हाथों ये चादर भेजी थी। हालांकि हिंदू सेना ने पीएम मोदी की तरफ से पेश होने वाली चादर पर तत्काल रोक लगाने की मांग की थी। इसको लेकर हिंदू सेना ने अजमेर जिला न्यायालय में याचिका भी दाखिल की थी।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने चढ़ाई चादर

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813 वें सालाना उर्स के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से चादर पेश की है। इस दौरान रिजिजू ने कहा कि दरगाह पर उर्स के दौरान आना हमारी परंपरा है। उन्होंने कहा कि यह सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि वे हजरत निजामुद्दीन की दरगाह पर भी चादर चढ़ा कर दुआ मांग कर आए है। उन्होंने कहा कि गरीब नवाज की दरगाह पर सभी समुदायों के लोग आते हैं और दुआ मांगते हैं। यह हमारी संस्कृति की अनेकता में एकता को दर्शाता है।

यहां विवाद की कोई गुंजाइश नहीं

इस दौरान  रिजिजू ने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री की चादर लेकर दरगाह में आ गया हूं, तो फिर दरगाह पर अलग दावा करने वालों को अपने आप जवाब मिल गया है। उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह को लेकर विवाद की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि दरगाह में आंतरिक इंतजाम करने वाले दरगाह कमेटी मेरे मंत्रालय के अधीन आती है, इसलिए हमारा प्रयास है कि यहां जियारत करने आने वाले जायरीन को अधिक सुविधाएं मिल सके।

किरेन रिजिजू ने किया वेबपोर्टल का उद्घाटन

बता दें कि केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने इस मौके पर अजमेर दरगाह पर गरीब नवाज ऐप और एक वेब पोर्टल का शुभारंभ भी किया है। जानकारी के मुताबिक इस पोर्टल पर ख्वाजा साहब के जीवन परिचय के साथ दरगाह की सुविधाओं, गेस्टहाउस बुकिंग और सीधा प्रसारण की जानकारी दी गई है।

हिंदू संगठनों ने कोर्ट में दायर की थी याचिका

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर भेजने के खिलाफ हिंदू सेना ने कोर्ट में तत्काल सुनवाई के लिए अर्जी डाली थी। दरअसल ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को शिव मंदिर का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता ने कहा था कि पीएम मोदी के भेजे चादर चढ़ाने पर रोक लगनी चाहिए। विष्णु गुप्ता ने कहा था कि प्रधानमंत्री पद द्वारा चादर भेजने से हमारा केस प्रभावित होगा, इसलिए तत्काल चादर भेजने पर रोक लगनी चाहिए। बता दें कि पीएम मोदी के भेजी चादर पर किसी तरह की कोई रोक नहीं लगी है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को दरगाह पर चादर पेश की है। हालांकि इस याचिका पर शनिवार को सुनवाई नहीं हो पाई है।

पीएम मोदी को पत्र लिखकर चादर नहीं चढ़ाने की थी अपील

बता दें कि इससे पहले सनातन धर्म रक्षा संघ अजमेर, राजस्थान ने चादर नहीं चढ़ाने की अपील के साथ प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा था। इस पत्र में हिंदू संगठन ने इस बार अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के 813 वें सालाना उर्स में अकीदत की चादर ना भेजने का आग्रह किया था। पत्र में मामले की जानकारी देते हुए कहा गया था कि इस वर्ष दरगाह संकट मोचन महादेव मंदिर विवाद अजमेर न्यायालय में पेश होने से मामला विचाराधीन है। इसलिए ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री द्वारा चादर भेजने से आमजन में यह भावना होगी कि प्रधानमंत्री मोदी विवादित स्थान को दरगाह होने की पुष्टि करते हैं। इससे ये मामला न्याय प्रक्रिया में बाधक हो सकती है।

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