RLD Join NDA: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा हर राज्य के लिए खास रणनीति के तहत अपनी तैयारियों में जुटी है। देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश का योगदान काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। देश में सबसे अधिक लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश में ही है। ऐसे में भाजपा की नज़र यूपी में एक बार फिर प्रचंड जीत दर्ज करने पर रहेगी। लोकसभा चुनाव (RLD Join NDA) से पहले कई छोटे दल भाजपा के साथ मिल गए हैं। इसके साथ ही अब रालोद की भी एनडीए में एंट्री हो गई है। पश्चिम यूपी में रालोद का काफी दबदबा माना जाता हैं। शनिवार को रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में भारत विकास और गरीब कल्याण का समांतर साक्षी बन रहा है!
श्री @AmitShah जी और श्री @JPNadda जी से भेंट कर #NDA में शामिल होने का निर्णय लिया।
विकसित भारत के संकल्प और अबकी बार 400 पार के नारे को पूरा करने के लिए NDA तैयार है! https://t.co/VJZI0GcZM0
— Jayant Singh (@jayantrld) March 2, 2024
रालोद की एनडीए में एंट्री पर लगी मुहर:
उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के समय रालोद ने सपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्रयास किया था। लेकिन उसमें सपा-रालोद सफल नहीं हो पाए। अब विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव तक रालोद का सपा से मोह भंग हो गया हैं। पिछले दिनों रालोद की NDA में एंट्री को लेकर कई ख़बरें सामने आई। अब शनिवार को रालोद की एनडीए में एंट्री पर मुहर लग चुकी हैं। इसको लेकर रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। फिलहाल लोकसभा सीट बंटवारें को लेकर दोनों पार्टियों की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया हैं।
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बदल जाएगी पश्चिम यूपी की सियासी तस्वीर!
राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के NDA में शामिल होने से पश्चिम यूपी की सियासी तस्वीर बदल जायेगी। राष्ट्रीय लोकदल पार्टी का उत्तर प्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में काफी दबदबा हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में रालोद ने सपा के साथ गठबंधन से चुनाव लड़ा था। रालोद को विधानसभा चुनाव में कुल 9 सीटें मिली थी। जबकि कई सीटों पर हार का अंतर बेहद कम रहा था। अब राजनीति के जानकार मानते हैं कि रालोद और भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से लोकसभा चुनाव में काफी फायदा होगा।
इन लोकसभा सीटों पर दिखेगा इसका असर:
राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के साथ यूपी के जाट मतदाता काफी संख्या में जुड़े हुए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पश्चिम यूपी में अन्य क्षेत्रों के मुकाबले रालोद और सपा का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा था। अब रालोद के NDA में आने से पश्चिम यूपी के कई जिलों में इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। इसमें मेरठ, बागपत, कैराना, बुलंदशहर, गाजियाबाद, बिजनौर, नोएडा, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, फिरोजाबाद, आगरा, अलीगढ़, हाथरस सीटों जैसी सीटें शामिल हैं।
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