संभल हिंसा

संभल हिंसा में दुबई कनेक्शन! शारिक साठा का खतरनाक प्लान, वकील की हत्या से दंगा भड़काने की थी साजिश!

संभल हिंसा में दुबई के बड़े हथियार सप्लायर और हवाला ऑपरेटर शारिक साठा की अहम भूमिका रही थी। यह खुलासा संभल पुलिस की गिरफ्त में आए गुलाम शाह ने किया है। गुलाम शाह के मुताबिक, 23 नवंबर 2024 को संभल से शारिक साठा को फोन किया गया था, जिसमें उसे वहां के हालात की जानकारी दी गई थी।

ये सर्वे किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए: शारिक साठा

शारिक साठा के कई गुर्गे संभल में मौजूद थे। उसने अपने लोगों को हथियार सप्लाई करने का आदेश दिया था और कहा था कि सर्वे किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए, वकील को मार डालो।

शारिक साठा खुद संभल का रहने वाला है और उसके खिलाफ 50 से ज्यादा केस दर्ज हैं। वह दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था।

खुफिया एजेंसियों के अनुसार, शारिक साठा का संबंध दाऊद इब्राहिम गैंग से है। वह हवाला के जरिए संदिग्ध तरीके से संभल में पैसे भेजता रहता है।

बड़े पैमाने पर दंगा भड़काने की थी साजिश 

पूछताछ में पता चला है कि दुबई में बैठे मोस्ट वांटेड अपराधी और D गैंग के बदमाश शारिक साठा के गुर्गों ने ही पुलिस और भीड़ पर गोली चलाई थी। उनकी गोलीबारी में कई लोग मारे गए। आरोपियों की साजिश वकील की हत्या कर बड़े पैमाने पर दंगा भड़काने की थी। इसके अलावा, भीड़ में शामिल लोगों को मारकर पुलिस को बदनाम करने और अशांति फैलाने की योजना थी।

बाबर ने मंदिर तोड़ कर बनवायी थी मस्जिद 

पिछले साल 19 नवंबर को संभल की एक स्थानीय अदालत ने हिंदू पक्ष की याचिका पर सुनवाई करते हुए मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया था। यह याचिका हिंदू पक्ष ने दायर की थी, जिसमें दावा किया गया था कि संभल की जामा मस्जिद को मुगल शासक बाबर ने 1526 में एक मंदिर तोड़कर बनवाया था।

इसके बाद 24 नवंबर को जब दूसरे दौर का सर्वेक्षण चल रहा था, तो इसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 29 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना के बाद पुलिस ने फरहाना समेत 79 लोगों को गिरफ्तार किया।

 

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