उत्तर-प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मामले में यूपी पुलिस पूरे एक्शन में नजर आ रही है। पुलिस ने शाही जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली को हिरासत में लिया है। वहीं जफर अली ने कुछ देर पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संभल डीएम को रविवार को हुई हिंसा का जिम्मेदार बताया था। पुलिस द्वारा जफर अली को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
संभल में 25 लोग गिरफ्तार
संभल जिले में हुई हिंसा के बाद से पुलिस का एक्शन लगातार जारी है। पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं पुलिस ने 2500 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस द्वारा लगातार ड्रोन के फुटेज से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
आरोपियों को कोर्ट ले जा रही पुलिस
संभल हिंसा के आरोपियों को पुलिस कोर्ट ले जा रही है। वहीं कुछ आरोपियों ने कहा कि उनको कहीं से और उठाया है। वहीं कुछ ने कहा कि वो मौके पर थे, लेकिन पत्थरबाजी में शामिल नहीं थे। हिंसा के कई आरोपी लंगड़ाकर चल रहे थे। कुछ आरोपियों ने कहा पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है। पुलिस ने अब तक संभल हिंसा में 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने निकाला पैदल मार्च
संभल में पुलिस पीएसी और आरएएफ जवानों ने पैदल मार्च शुरू किया है। सुरक्षाबलों का लक्ष्य इलाके में शांति कायम रखना है। संभल में अभी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
CBI जांच की मांग
सांसद चंद्र शेखर ने संभल बवाल पर CBI जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के बाद मस्जिदों में मंदिर खोजने का ट्रेंड है। इसमें नौजवानों की जान जा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि संभल में बड़ी साजिश हुई, सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में CBI जांच होनी चाहिए।
अखिलेश यादव ने लगाया आरोप
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में हिंसा जानबूझकर भड़काई गई है। वहीं सपा के सांसद पर भी एफआईआर दर्ज की गई है। संभल के विधायक के बेटे पर भी दंगा भड़काने का आरोप लगा है।
क्या है मामला
बता दें कि कोर्ट के आदेश पर उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद की सर्वे के दौरान स्थानीय प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी करके पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया था। इस हिंसा में अबतक चार लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं तीन मौत रविवार को हुई थी। मृतकों को रातोंरात पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया है। वहीं एक मौत सोमवार की सुबह हुई है। इस हिंसा मामले में चार एफआईआर दर्ज की गई है और 25 लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा के दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। एहतियात के तौर पर जिले में इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है।