महाकुंभ 2025 को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। CPCB की रिपोर्ट के बाद संगम के जल की शुद्धता को लेकर विपक्ष भी लगातार योगी सरकार पर हमलावर है। जहां एक ओर सरकार का दावा है कि संगम का जल पूरी तरह स्वच्छ और आचमन योग्य है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे ‘मृत्यु कुंभ’ करार देकर लोगों को सावधान करने की बात कह रहा है।
CPCB रिपोर्ट के बाद संगम जल की शुद्धता पर उठा सवाल
बुधवार को यूपी विधानसभा में विपक्ष ने प्रयागराज के संगम के जल की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं। बता दें कि CPCB की रिपोर्टों में जल में फेकल बैक्टीरिया की मौजूदगी का दावा किया गया था, जिसके आधार पर कहा गया कि संगम का जल स्नान योग्य नहीं है। इसको लेकर समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
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CPCB रिपोर्ट का खंडन करते हुए CM योगी का पलटवार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि संगम का जल पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा, “त्रिवेणी के पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठाने वालों को बताना चाहता हूं कि संगम और उसके आसपास के सभी पाइप और नालों को टेप कर दिया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार निगरानी कर रहा है, और पानी को शुद्ध करने के बाद ही संगम में छोड़ा जा रहा है।”
#WATCH | Lucknow: In the UP assembly, CM Yogi Adityanath says, “While we are participating in the discussion here, at that time more than 56.25 crore devotees have already taken their holy dip in Prayagraj… When we make any baseless allegations or snow fake videos against… pic.twitter.com/VYNnzPn4w1
— ANI (@ANI) February 19, 2025
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि वर्तमान रिपोर्ट के अनुसार BOD (बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड) स्तर 3 से कम और घुलित ऑक्सीजन 8-9 के करीब है, जो साफ पानी के लिए आदर्श माने जाते हैं। उन्होंने बताया कि फेकल कोलीफॉर्म बैक्टीरिया की मात्रा भी मानकों के अनुसार 2,500 MPN प्रति 100 ml से कम है, जो कि सुरक्षित स्तर में आती है।
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विपक्ष ने उठाए महाकुंभ के खर्च पर भी सवाल
समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने महाकुंभ पर खर्च की जा रही भारी भरकम राशि को लेकर भी सरकार को घेरा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार धार्मिक आयोजन के नाम पर सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रही है। वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “जब राज्य में बेरोजगारी और महंगाई चरम पर है, तब सरकार को महाकुंभ पर इतना पैसा खर्च करने की क्या जरूरत थी?” उन्होंने आरोप लगाया कि इस आयोजन के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है और जनता के पैसे का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जबाब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि महाकुंभ सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “विपक्ष पहले दिन से ही महाकुंभ के खिलाफ है। जब इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए चर्चा होनी चाहिए थी, तब विपक्ष ने सदन को बाधित किया। समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया जो किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य हैं।”
#WATCH | Lucknow: In the UP assembly, CM Yogi Adityanath says, “They (Opposition) have been against the Maha Kumbh since day 1… In the last session, the discussions and preparations for the Maha Kumbh were underway… We would have discussed the plans and taken your… pic.twitter.com/a5pcNp33o0
— ANI (@ANI) February 19, 2025
कुंभ की तैयारियों को लेकर CM योगी का दावा
महाकुंभ 2025 को लेकर सरकार बड़े स्तर पर तैयारियों में जुटी हुई है। प्रयागराज में आधारभूत संरचना को मजबूत किया जा रहा है, नए पुल और सड़कें बनाई जा रही हैं, संगम तट पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, और देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इस बार का महाकुंभ अब तक का सबसे भव्य और ऐतिहासिक होगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।