Shankar Mahadevan Birthday: जब 16 साल की उम्र में पड़ोसन से प्यार कर बैठे थे शंकर, जानें उनके जीवन से जुड़ी अनसुनी कहानी
Shankar Mahadevan Birthday: बॉलीवुड में कई प्लेबैक सिंगर ने एक अलग मुकाम हासिल किया है जिसमें शंकर महादेवन (Shankar Mahadevan Birthday)भी शामिल हैं। बॉलीवुड के मशहूर सिंगर शंकर महादेवन 03 मार्च को अपना 57वां जन्मदिन मनाने जा रहे है। शंकर महादेवन ने अपने करियर में सिर्फ म्यूजिक कंपोज और प्लेबैक गाने ही नहीं बल्कि मराठी फिल्मों में एक्टिंग भी कर चुके है। अपने सुपरहिट गानों के लिए शंकर महादेवन को 4 बार नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है। आज उनके जन्मदिन के खास अवसर पर हम आपको शंकर महादेवन के जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों के बारे में बताने जा रहे है जिसे काफी कम लोग जानते है।
16 साल की उम्र में पड़ोसन से प्यार कर बैठे थे शंकर:-
ये बात काफी कम लोग जानते है कि शंकर महादेवन को सिर्फ 16 साल की उम्र में प्यार हो गया था। दरअसल जब शंकर की पहली बार संगीता से मुलाकात हुई तब वह 16 और संगीता 14 साल की थी। संगीमा महाराष्ट्र की थी और शंकर महादेवन की पड़ोसी थी। यही से दोनों की दोस्ती की शुरूआत हुई और धीरे धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई।
शंकर और संगीता ने 10 साल तक डेट करने के बाद 1992 में एक दूसरे से शादी कर ली। वहीं 1993 में संगीता ने बेटे सिद्धार्थ को जन्म दिया। सिद्धार्थ के बाद 2001 में शंकर और संगीता के जीवन में एक और नन्हें मेहमान ने दस्तक दी। 2001 में संगीता ने एक और बेटे को जन्म दिया।
ब्रीथलेस ने दिलाई असली पहचान:-
शंकर महादेवन ने महज 5 साल की उम्र से ही क्लासिकल गाने का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत 1977 में तमिल फिल्मों में गाने के साथ की थी। लेकिन इससे कुछ खास पहचान नहीं बन पाई। लेकिन 1998 में उनका पहला एल्बम ब्रीथलेस आया। इस गाने ने उन्हें रातों रात म्यूजिक इंडस्ट्री का स्टार बना दिया। दरअसल शंकर ने यह गाना तीन मिनट तक सांस रोककर गाया था
जिसकी वजह से उनकी जान भी जाते जाते बची थी। इस गाने के फेमस होने के बाद शंकर ने अपने दो दोस्तों एहसान और लॉय के साथ मिलकर एक ग्रुप बनाया था। जिसने उनके करियर को नई पहचान दी। अपने पूरे करियर में शंकर ने हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगू, मराठी, कन्नड़ की फिल्मों में अपनी आवाज दी है।
4 बार नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित:-
शंकर महादेवन को 4 बार नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें सबसे पहले तमिल फिल्म ‘कांदोकंदनीं-कांदोकंदनीं’ के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। इसके बाद उन्हे 3 बार बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। बता दें कि 2011 में शंकर ने अपने ही नाम से एक ऑनलाइन अकेडमी की शुरूआत की थी। इसके अकेडमी के जरिए वह दुनियाभर के बच्चों को संगीत से जुड़ी बारीकियां और शिक्षा देते है।
शंकर महादेवन के सुपरहिट गाने:-
शंकर महादेवन के सुपरहिट गानों की पूरी एक लंबी चौड़ी लिस्ट है। उनके सबसे प्रसिद्ध गानों में मां तुझे सलाम,जिंदगी कुछ तो बता,हार्टबीट,तारे जमीं पर, हिंदूस्तानी,गल्ला गुड़ियां,माहि वे, बोल ना हल्के हल्के और अलबेला साजन जैसे सुपरहिट गाने शामिल है। वहीं 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप का थीम सॉन्ग भी शंकर और उनके ग्रुप ने साथ मिलकर तैयार किया था। इतना ही नहीं शंकर महादेवन को संगीत के लिए दिए जाने वाला दुनिया का सबसे बड़ा अवॉर्ड ग्रैमी अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। बैंड ‘शक्ति’ के एलबम ‘दिस मोमेंट’ को बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम का खिताब दिया गया।
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