Maharashtra: शरद पवार का पीएम मोदी पर हमला, मुसलमानों को आरक्षण देने की मांग
Maharashtra: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। पवार ने दावा किया कि देश के अल्पसंख्यकों ने पीएम मोदी को 400 सीटों से दूर रखा और देश की सत्ता को एक ही हाथ में नहीं आने दिया। पवार ने स्पष्ट किया कि 400 पार का उद्देश्य देश की पूरी शक्ति को एक व्यक्ति के हाथ में सौंपना था, लेकिन अल्पसंख्यकों ने ऐसा नहीं होने दिया।
मुसलमानों को मिलना चाहिए आरक्षण
पवार ने मुसलमानों को पूरी तरह से आरक्षण देने की बात की और आगामी चुनावों में उनके लिए अवसर सुनिश्चित करने की बात की। उन्होंने अल्पसंख्यक विभाग की बैठक में कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर निर्णय लेने का अधिकार केवल अल्पसंख्यकों का है और इसे खत्म करने की साजिश की जा रही है।
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पवार ने आगे कहा देश की सत्ता से 2 सीट कम भी मिलने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन देश की सत्ता से भाजपा का हक छीनना जरूरी है। पवार ने कहा कि पिछले दस साल से देश की सत्ता गलत हाथों में है।
पार्टी के अल्पसंख्याक विभाग के राष्ट्रीय कार्यकारिणी मीटिंग और कार्यकर्ता संमेलन पार्टी कार्यालय, मुंबई मे संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम मे सहभागी होकर सभीको संबोधित किया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के माइनॉरिटी विभाग के प्रमुख सिराज मेहंदी, जनता की समस्या पार्लमेंट के सदन में… pic.twitter.com/LwJeUxQ0an
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) August 28, 2024
देश के लिए सही माहौल बनाए रखने की जरूरत
शरद पवार ने कहा कि यह देश सभी का है और इसके माहौल को सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने 400 पार का नारा दिया था, जिसका अर्थ था कि देश की पूरी सत्ता एक ही व्यक्ति के हाथ में हो। पवार ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि 400 पार का नारा देश के भाईचारे और शांति के लिए हानिकारक हो सकता था, मुझे खुशी है कि इसमें बदलाव आ गया।
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नई संसद पर सवाल उठाए
पवार ने संसद भवन के उद्घाटन पर सवाल उठाया, जिसमें सांसदों को आमंत्रित नहीं किया गया और कुछ ऐसे लोगों को बुलाया गया जिनका संसद से कोई लेना देना ही नहीं था। उन्होंने नई संसद, अयोध्या मंदिर में पानी का रिसाव और सिंधुदुर्ग की प्रतिमा गिरने जैसे मुद्दों पर भी संदेह जताया कि इन घटनाओं में भ्रष्टाचार हो सकता है। पवार ने मांग की कि रामीगिरी महाराज को किसने महाराज बनाया, इसकी जांच होनी चाहिए और उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।