Shiva Ji Favourite Flower: महाशिवरात्रि पर शिव जी को अर्पित करें मदार का फूल, होगी हर मनोकामना पूर्ण

Shiva Ji Favourite Flower: महाशिवरात्रि पर शिव जी को अर्पित करें मदार का फूल, होगी हर मनोकामना पूर्ण

Shiva Ji Favourite Flower: महाशिवरात्रि का पर्व करीब आ रहा है। इस वर्ष महाशिवरात्रि का त्योहार 26 फरवरी, दिन बुधवार को मनाया जाएगा। भगवान शिव को समर्पित इस पर्व पर लोग दिन भर (Shiva Ji Favourite Flower) उपवास रखते हैं। इस दिन लोग शिवलिंग पर बेल पत्र, दूध, शहद और मदार के फूल चढ़ाते हैं और रात भर “ओम नमः शिवाय” का जाप करते हैं। इस दिन रात्रि के दौरान चारों प्रहर की पूजा अत्यधिक शुभ मानी जाती है।

माना जाता है कि महाशिवरात्रि को भक्तिपूर्वक मनाने से समृद्धि, आंतरिक शांति और पिछले पापों से मुक्ति मिलती है, जिससे यह सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक बन जाता है। महाशिवरात्रि (Shiva Ji Favourite Flower) के दौरान भगवान शिव को विशिष्ट फूल चढ़ाना परंपरा है। माना जाता है कि यह दैवीय आशीर्वाद प्राप्त करता है और भक्तों की इच्छाओं को पूरा करता है। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण फूल है मदार का फूल।

शिव पूजा में मदार के फूल का महत्व

मदार का फूल (madar ka phool) भगवान शिव की पूजा में विशेष स्थान रखता है। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव को मदार के फूल चढ़ाना अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। ऐसा उल्लेख है कि जो लोग श्रद्धापूर्वक ये फूल चढ़ाते हैं, शिवजी तुरंत प्रसन्न होते हैं और उन्हें वरदान देते हैं।

मदार का पौधा, अपने सफेद या बैंगनी फूलों के साथ, भगवान शिव के साथ जुड़ाव के कारण पूजनीय है। इन फूलों को चढ़ाना समर्पण और भक्ति का प्रतीक है, जो भक्त की दिव्य इच्छा के साथ जुड़ने की इच्छा को दर्शाता है। ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन मदार के फूल चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

भगवान शिव को प्रिय अन्य फूल

मदार के फूल के अलावा, पारंपरिक रूप से कई अन्य फूल भी महाशिवरात्रि के दौरान भगवान शिव को चढ़ाए जाते हैं:

धतूरा: भगवान शिव से संबंधित, धतूरा चढ़ाने से मन शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
हिबिस्कस: गहन भक्ति का प्रतीक, शांतिपूर्ण और समृद्ध जीवन के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए चमकदार लाल हिबिस्कस चढ़ाया जाता है।
चमेली: अपनी मीठी खुशबू के लिए मशहूर, चमेली पूजा में कृपा और सकारात्मक ऊर्जा लाती है, जो पवित्रता और शुभता का प्रतीक है।

फूल चढ़ाने के लिए नियम

भगवान शिव को फूल चढ़ाते समय, अनुष्ठान की पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है:

निषिद्ध फूलों से बचें: केतकी, केवड़ा और चंपा जैसे फूल पारंपरिक रूप से भगवान शिव को नहीं चढ़ाए जाते हैं।
उपयुक्त बर्तनों का उपयोग करें: अनुष्ठान के दौरान जल या अन्य पदार्थ चढ़ाते समय, कांस्य या स्टील के बर्तनों का उपयोग करने से बचें। इसके बजाय, पीतल, तांबे या चांदी के बर्तन चुनें।
उचित पोशाक: पूजा के दौरान काले रंग के कपड़े पहनने से बचने की सलाह दी जाती है।

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