Shivaji Maharaj Statue Collapse: शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर अजित पवार ने महाराष्ट्र की जनता से मांगी मांफी और कहा…
Shivaji Maharaj Statue Collapse: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने की घटना पर माफी मांगी है। अजीत पवार ने कहा कि ये बहुत ही दुखत घटना है। मैं राज्य के 13 करोड़ लोगों से सार्वजनिक रूप से इसके लिए माफी मांगता हूं। बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पिछले साल नौसेन दिवस पर मालवन के राजकोट किले में स्थापित की गई थी। इसका अनावरण प्रधानमंत्री मोदी ने किया था।
क्या कहा अजित पवार ने…
अजीत पवार ने प्रतिमा के गिरने पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा, ‘ इस घटना का दुख न केवल उन्हें हैं, बल्कि महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के सभी प्रशंसकों को भी है। शिवाजी महाराज हमारे आराध्य हैं और उनकी प्रतिमा का गिरना मेरे लिए और राज्य के सभी शिव प्रेमियों के लिए अत्यंत दुख की बात है। सरकार का हिस्सा होने के नाते इस घटना पर मैं आज सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं।’
वहीं, पवार ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि क्या प्रतिमा स्थापित करने से पहले स्थल की भौगोलिक परिस्थितियों और जलवायु के बारे में कोई वैज्ञानिक अध्ययन किया गया था। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार प्रतिमा के निर्माण में उपयोग की गई सामग्रियों की गुणवत्ता की जांच कर रही है। इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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फिर से स्थापित की जाएगी प्रतिमा
पवार ने आश्वासन दिया, ‘शिवाजी महाराज की प्रतिमा को जल्द से जल्द राजकोट किले में फिर से स्थापित किया जाएगा। लेकिन इस मामले में लापरवाही के दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’
एकनाथ शिंदे ने हवा को ठहराया दोषी
बता दें कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की यह टिप्पणी प्रतिमा के गिरने को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच आई है। जहां कई लोग इस घटना के लिए जवाबदेही और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना के लिए तेज़ हवाओं को दोषी ठहराया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया था प्रतिमा का अनावरण
मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनावरण किया है। प्रतिमा को नौसेन दिवस पर महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के मालवन के राजकोट किले में स्थापित किया गया था, जो 26 अगस्त को गिर गई। बता दें कि प्रतिमा पिछले दो से तीन दिनों से भारी बारिश और तेज़ हवाओं का सामना कर रही थी।
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