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Sikar Lok Sabha Seat 2024: सीकर से स्वामी सुमेधानंद को फिर मिला मौका, कांग्रेस के लिए चुनौती बनी ये सीट

Sikar Lok Sabha Seat 2024

Sikar Lok Sabha Seat 2024: लोकसभा चुनाव के रण में भारतीय जनता पार्टी इस बार 400 पार के मिशन में जुटी हुई है। बीजेपी ने चुनाव तारीखों के एलान से पहले ही अपनी पहली सूची जारी कर दी। राजस्थान में भी भाजपा लगातार तीसरी बार कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ करने के इरादे से चुनावी मैदान में उतरी है। फिलहाल भाजपा ने राजस्थान की 15 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। हम लगातार आपको राजस्थान की सभी सीटों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे राजस्थान की सीकर सीट (Sikar Lok Sabha Seat 2024) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां….

सीकर से स्वामी सुमेधानंद को फिर मिला मौका:

राजस्थान की सीकर लोकसभा सीट जयपुर के करीब है। इस सीट से देश के बड़े-बड़े नेता चुनाव लड़ चुके है। शेखावाटी क्षेत्र के अंर्तगत आने वाली सीकर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है। लेकिन पिछली दो बार से यहां भाजपा के स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने भारी मतों से जीत दर्ज की। अब भाजपा ने सीकर से बीजेपी के टिकट पर तीसरी बार स्वामी सुमेधानंद सरस्वती के चुनाव लड़ने पर मुहर लगा दी। अब देखना है कि क्या स्वामी सुमेधानंद सरस्वती सीकर से जीत कि हैट्रिक लगा पाएंगे..?

स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का राजनीतिक करियर:

स्वामी सुमेधानंद सरस्वती आज राजस्थान की राजनीति में जाना माना नाम है। सुमेधानंद सरस्वती हरियाणा से आकर सीकर में कई वर्षों से गौ संरक्षण के कार्य में लगे हुए है। सीकर जिले में एक ख़ास पहचान रखने वाले स्वामी सुमेधानंद सरस्वती का राजनीतिक करियर साल 2014 से शुरू हुआ। जिसके बाद साल 2019 में एक बारे फिर इन्हें पार्टी ने टिकट दिया और बड़े अंतर से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे। अब पार्टी ने तीसरी बार भी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती पर विश्वास जताकर अपना प्रत्याशी बनाया है।

सीकर सीट का पूरा समीकरण:

राजस्थान में सीकर लोकसभा सीट का इतिहास अपने आप में काफी महत्व रखता है। इस सीट से कुंभा राम आर्य, देवीलाल और बलराम जाखड़ जैसे दिग्गज नेताओं चुनाव लड़ा। फिलहाल इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। सीकर जाट बाहुल्य वाली सीट है, जहां बीजेपी ने स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को तीसरी बार मौका दिया है, वहीं कांग्रेस उनके सामने एक अच्छे विकल्प की तलाश में जुटी है। इसके अलावा इस सीट पर कांग्रेस और लेफ्ट के बीच गठबंधन की बात भी सामने आ रही है। ऐसे में देखना है कि इस सीट पर कांग्रेस कैसे पार पाएगी।

साल 2019 का चुनाव परिणाम:

सीकर सीट से स्वामी सुमेधानंद सरस्वती लगातार तीसरी बार प्रत्याशी बनाये गए है। यह सीट कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। सुमेधानंद सरस्वती ने यहां 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीत दर्ज की। बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को कुल 772,104 मत मिले थे। जबकि कांग्रेस के सुभाष महरिया को 4,74,948 वोट मिले थे। ऐसे में सुमेधानंद सरस्वती ने बड़े अंतर से इस सीट पर कब्जा जमाया।

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कांग्रेस के लिए चुनौती बनी सीकर सीट:

शेखावाटी क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा रहा है। लेकिन पिछली दो बार से यहां मोदी लहर का असर साफ़-साफ़ देखने को मिल रहा है। सीकर सीट पर हार की हैट्रिक से बचने के लिए कांग्रेस इस बार किसी मजबूत चहेरे को चुनावी मैदान में उतार सकती है। पहले इस सीट से कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा का नाम चल रहा था। लेकिन अब माना जा रहा है कि कांग्रेस किसी युवा चहेरे को इस सीट से उतार सकती है। इसमें गांधी परिवार के करीबी सीताराम लाम्बा का नाम सबसे आगे चल रहा है।

सीकर लोकसभा में आती है 8 विधानसभाएं:

सीकर लोकसभा सीट के दायरे में 8 विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें लक्ष्मणगढ़, चौमू, श्रीमाधोपुर, नीम का थाना, खंडेला, दंता रामगढ़ और धोद शामिल हैं। सीकर लोकसभा सीट पर 20 लाख से ज्यादा वोटर हैं। इसमें पुरुष 10,77,091 और महिला मतदाता 9,64,517 हैं।

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