Siwan Lok Sabha Seat: बिहार में इस समय सियासत पूरी तरह गरमा चुकी है। बिहार में महागठबंधन के लिए परेशानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। बिहार में महागठबंधन के तहत लालू यादव की राजद 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। फिलहाल RJD ने 22 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी। लेकिन सिवान सीट (Siwan Lok Sabha Seat) तेजस्वी यादव के लिए मुश्किल बन गई है। इस सीट पर राजद लगातार तीन चुनाव से हार रही है। इसके बावजूद लालू यादव ने सीवान सीट को होल्ड पर रख दिया। इस सीट से हिना शहाब और अवध बिहारी चौधरी टिकट की दावेदारी कर रहे है।
हिना शहाब और अवध बिहारी चौधरी..?
बता दें सिवान सीट से पिछले तीन चुनाव में लालू यादव ने बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को टिकट दिया। लेकिन तीनों ही बार हिना शहाब को हार का सामना करना पड़ा। इसको देखते हुए इस बार सिवान से तेजस्वी यादव हिना शहाब की जगह किसी अन्य चेहरे को प्रत्याशी बनाने पर विचार कर रहे थे। यहीं वजह थी कि राजद ने सिवान सीट को होल्ड पर रखा। लेकिन इसकी भनक लगते ही हिना शहाब ने निर्दलीय ताल ठोकने का एलान कर दिया। बताया जा रहा है कि अब RJD उन्हें टिकट देना चाहती है, लेकिन हिना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ने की जिद पर अड़ी है।
खतरे में पड़ जायेगा RJD का MY समीकरण..?
बता दें सिवान क्षेत्र में हिना शहाब पिछले तीन बार से चुनाव लड़ रही है। लगातार हार के बावजूद राजद हिना शहाब को टिकट देने के लिए तैयार हो गई है। इसके पीछे इस क्षेत्र में आज भी उनका एक बड़ा वोटबैंक माना जाता है। अगर राजद ने सिवान से हिना को टिकट नहीं दिया तो फिर उनका MY समीकरण खतरे में पड़ जाएगा। यहीं नहीं अगर हिना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ती है तो लालू यादव की बेटी रोहिणी की मुश्किल भी बढ़ सकती है। क्योंकि सिवान के नजदीक में सारण सीट है, जहां से रोहिणी उम्मीदवार है। बताया जाता है कि सारण में बड़ी संख्या में शहाबुद्दीन के सपोर्टर है।
हिना शहाब ने ठुकराया लालू का ऑफर!
बता दें पिछले कई दिनों से सिवान को लेकर राजद में मंथन चल रहा है। अगर यहां से हिना का टिकट कटता है तो मुस्लिम वोटर इससे काफी नाराज़ हो सकते है। ऐसे में कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सीट से लालू यादव हिना शहाब को टिकट ऑफर कर चुके है। लेकिन हिना शहाब मानने के लिए तैयार नहीं है। जबकि हिना ने कहा कि वह हर हाल में सिवान से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। अब देखना होगा कि इस सीट पर अब लालू यादव कैसे इस विवाद को खत्म कर पाते है..?